उत्तर प्रदेशजीवन शैली

हमारी रूह में आबाद है बड़ी सरकार हमारी जान है कुर्वो जवाहर ए मारहरा सैयदअहमद मुस्तफा सिद्दीकी

एटा।मारहरा कस्बा स्थित खानकाहे बरकातिया में चल रहे उर्स ए नूरी में नातिया मुशायरा का आयोजन हुआ। जिसमें बाहर से आए शायरों ने अपने अपने शेर पेश किए। इसमें कानपुर से तशरीफ लाए कासिम हबीबी ने पढ़ा मारहरा की मकबूल दुआ है अहमद ए नूरी। इसके बाद कानपुर के दानिश कलीम ने पढ़ा मेरा दरबार अहमद नूरी है अहमद नूरी सर पर रोशन है मेरे मुर्शिद मेरी दस्तार है अहमद नूरी।

बदायूं से तशरीफ़ लाए हम्माद कादरी ने पढ़ा नवाजा रब ने कैसे अपनी निस्बत से। मुशायरे का संचालन सैयद अहमद मुस्तफा सिद्दीकी ने किया। इसके बाद सैयद
अहमद मुस्तफा सिद्दीकी ने पढ़ा हमारी रूह में आबाद है बड़ी सरकार हमारी जान है कुर्वो जवाहर ए मारहरा । सैयद अमीरुल कादरी ने पढ़ा सुबह तैबा में हुई बटता है बाड़ा नूर का सदका लेने नूर का आया है तारा नूर का । मैं गदा तू बादशाह भर दे प्याला नूर का। मुशायरे के आखिर में सैयद नजीब हैदर नूरी ने कहां की अपने बड़ों का अदब करें छोटे पर शफकत करें । और इल्म की कद्र करें । मजारात पर जाने का तरीका सीखें और सुन्नियत पर मजबूती से डटे रहें। बुजुर्गों की बरगाह में हाजिरी देते रहें मां बाप की खिदमत करें और अदब करें। और उसके बाद सभी के हक में दुआएं की।

मिम्बर ए नूर पर मौजूद सैयद मोहम्मद अमान मियां कादरी,सैयद उस्मान मियां कादरी, सैयद हैदर हसन,सैयद मोहसिन मियां कादरी व नातिया मुशायरा में मौजूद लोगों में जामिया के प्रिंसिपल मौलाना इरफान अजहरी, मदरसा कासिम अल बरकात के प्रिंसिपल कारी इरफान बरकाती व मदरसे के सभी उस्ताद व बच्चे गुजरात से आए आमिर मुगल बरकाती, वासिक बैग बरकाती,सैयद चाहत अली,शकील बरकाती, आफाक बरकाती मौजूद रहे।