उत्तर प्रदेश

सच्चे मारग चलदयां उस्तत करे जहान


मकर संक्रांति पर सजा भव्य कीर्तन दरबार


आगरा। मकर संक्रांति के पावन दिन हर माह आयोजित होने वाले भव्य कीर्तन दरबार की श्रृंखला में इस बार भव्य कीर्तन दरबार गुरुद्वारा दशमेश दरबार शहीद नगर में सजाया गया सर्वप्रथम रहरास वाणी का पाठ हुआ उपरांत हजूरी रागी भाई जगतार सिंह जी ने शबद कीर्तन करके संगत को निहाल किया। उसके बाद प्यारे वीर महेंद्र पाल सिंह जी ने अपनी मधुर रसना द्वारा सारी संगत को भक्ति रस से ओतप्रोत कर दिया उन्होंने सर्वप्रथम “हे गोविंद हे गोपाल हे दयाल लाल” शब्द का गायन किया उसके बाद उन्होंने “सच्चे मारग चलदयां उस्तत करे जहान” शबद का गायन किया और साथ ही बताया कि जहां सनातन धर्म में मकर संक्रांति के दिन प्रयागराज में स्नान की महानता है वही इस दिन गुरु के प्यार वाले नम्रता के साथ प्रभु वाणी से जुड़कर नाम का स्नान करते हैं उससे उनके मन की मैल दूर हो जाती है अतः इस दिन हरि नाम से जुड़कर अपनी आत्मा को पवित्र करना है उन्होंने कहा संगत में जब भी आओ कामना लेकर नहीं भावना लेकर आओ क्योंकि भावना को ही फल लगते हैं। अंत में गुरुद्वारा के प्रमुख सेवादार भाई हरपाल सिंह ने सभी संगत का धन्यवाद किया


ज्ञानी मंशा सिंह द्वारा गुरु की अरदास हुकुमनामा अपरांत गुरु महाराज के अटूट लंगर का वितरण हुआ जिसे सब धर्म प्रेमियों ने एक साथ बैठकर ग्रहण किया इस शुभ अवसर पर सेवा में किशन लाल मस्ताना,हरपाल सिंह, डाक्टर गुलशन, शेर सिंह,गुरु सेवक श्याम भोजवानी,मलकीत सिंह,गुरिंदर सिंह ओबेरॉय ,इंदरजीत सिंह वाधवा, सुरेंद्र सिंह लवली, हरजिंदर सिंह, अमरजीत सिंह भसीन, सुरेंद्र सिंह लाडी, गुरमीत सिंह सेठी, जसविंदर सिंह,अरविंद सिंह पप्पी,रिंकू वीर, प्रमोद,नंद किशोर अरोड़ा,सतीश सिंह अरोड़ा संजय जटाना ,गुरमुख व्यानी,कुलदीप सिंह, संतोष सिंह निजर, गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।