उत्तर प्रदेश

बुजुर्गों के उर्स आपसी इत्तेहाद का देते है पैगाम:अहसन मियां

सज्जादानशीन की ओर से दरगाह तहसीनिया पर पेश की गई चादर

बरेली. अल्लामा तहसीन रज़ा खा(तहसीन मियां) साहब के आज 18 वे तीन रोज़ा उर्स के मौके पर दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन व तहरीक ए तहफ्फुज सुन्नियत(टीटीएस) के आलमी सदर मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की ओर से चादर वा फूल टीटीएस कार्यकर्ताओं के हाथों भेजे। साथ ही क़ादरी-रज़वी सिलसिले के सभी अकीदतमंदों को उर्स की मुबारकबाद पेश करते हुए कहा कि सदारूल उलेमा हुज़ूर तहसीन ए मिल्लत ने अपनी पूरी जिंदगी सुन्नियत के फरोग के साथ मसलक-ए-आला हज़रत के मिशन के लिए काम किया। आज भी लोग आपके दर से रूहानी फैज़ पा रहे है। बुजुर्गों के उर्स आपसी इत्तेहाद का पैगाम देते है।

नासिर कुरैशी ने बताया कि मुफ्ती अहसन मियां ने इस मौके पर मुल्क में अमन और तरक्की के साथ मिल्लत की खुशहाली के लिए खुसूसी दुआ भी की।


दरगाह के रज़ाकार व टीटीएस के मौलाना जाहिद रज़ा,मौलाना बशीर उल क़ादरी,परवेज़ खां नूरी,अजमल नूरी,नासिर कुरैशी,शाहिद नूरी,ओरंगजेब नूरी,ताहिर अल्वी,मंजूर रज़ा,मुजाहिद रज़ा,हाजी शरिक नूरी,आरिफ रज़ा,इशरत नूरी,नाजिम गोलू,जोहैब रज़ा,अश्मीर रज़ा,साकिब रज़ा,सय्यद माजिद अली,आलेनबी,सय्यद एजाज,नफीस खान,शान रज़ा,जावेद खान,मुस्तकीम नूरी,सुहैल रज़ा,इरशाद रज़ा,युनुस गद्दी,शाद रज़ा,काशिफ रज़ा,अरबाज रज़ा,मिर्जा जुनैद,गौहर खान,तारिक सईद,समी खान,अजमल खान,अब्दुल माजिद खान,नईम नूरी आदि ने चादर व फूल पेश किए।