आगरा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान आगरा में कलांजलि – कला महोत्सव एवं प्रदर्शनी का समापन हो गया। एनसीईआरटी लखनऊ के निर्देशन में टीचर एजुकेशन एवं प्रोग्राम एंड एक्टिविटीज के अंतर्गत कला, संस्कृति महोत्सव /प्रदर्शनी के अवसर डायट आगरा द्वारा परिषदीय विद्यालय के सहायक अध्यापक, ए.आर.पी. एवं डायट प्रवक्ताओं द्वारा निर्मित कलाकृतियों एवं संगीत संबंधी प्रस्तुतियों की उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य डायट पुष्पा कुमारी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

प्रदर्शनी में बेसिक विभाग के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा कुल 20 नृत्य, गायन एवं वादन की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई तथा 78 कला एवं क्राफ्ट की कलाकृतियां का प्रदर्शन किया गया। रुचि लेंगे तथा छात्र-छात्राओं को अपने भावों को व्यक्त करने में सहायक सिद्ध होंगे । उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्या श्रीमती पुष्पा कुमारी जी ने कहा कि कला एवं संगीत से बच्चों की चिंतन शक्ति, रचनात्मकता एवं सहयोग एकी भावना का विकास होता है ।
कलांजलि महोत्सव के नोडल प्रभारी डॉ. डी. के. गुप्ता ने बताया कि “जहां शब्द खत्म वहां कला बोलती है, हर रचना दिल के जज्बात खोलती है।” कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता श्री धर्मेंद्र प्रसाद गौतम, जिला निपुण प्रभारी(कार्यक्रम संयोजक) ने किया आगरा डायट ‘सेंटर आफ एक्सीलेंस’ के तहत विकसित किया जा रहा है। इस अवसर पर बताया कि कला एवं संगीत हमें तनाव मुक्त रखने के साथ हमें हमारी संस्कृति से भी जोड़े रखती है तथा विभिन्न विषयों को पढ़ाने में रोचकता लाती है।
” शिक्षा में कला का है अनमोल योगदान,
ज्ञान के संग संवारती मन का स्थान।”
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक पुष्पेंद्र सिंह ,यशपाल सिंह, अबू मोहम्मद आसिफ, संजीव कुमार सत्यार्थी, डायट प्रवक्ता अनिल कुमार, डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय, यशवीर सिंह, डॉ प्रज्ञा शर्मा, रंजना पांडे ,रचना यादव एवं गौरव भार्गव, अमित दीक्षित, प्रबल सिंह, आकांक्षा लवानिया, तिलक जंग आदि एवं डायट के समस्त डीएलएड प्रशिक्षु उपस्थित रहे।