आगरा। अटेवा/एनएमओपीएस के प्रांतीय आह्वान पर यूपीएस गजट का प्रतीकात्मक प्रति जलाकर संपूर्ण भारत में यूपीएस का विरोध किया। इसी कड़ी में जनपद आगरा में अटेवा जिला संयोजक जुग्गी लाल वर्मा के नेतृत्व में शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यस्थलों पर यूपीएस गजट का प्रतीकात्मक प्रति जलाकर यूपीएस का विरोध किया गया।
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सदर तहसील में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ आशाराम यादव के नेतृत्व में, जिला महामंत्री लेखराज सिंह कुशवाह के नेतृत्व में खैरागढ़ तहसील में , वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष कुमार सरोज के नेतृत्व में किरावली तहसील में, एत्मादपुर तहसील में दिनेश कुमार यादव के नेतृत्व में, डॉ अनिल कुमार गौतम के नेतृत्व में बाह तहसील में, फतेहाबाद तहसील में श्याम सुंदर भाटिया ने नेतृत्व किया साथ ही जिला कार्यकारिणी, महानगर कार्यकारिणी के साथ-साथ सभी ब्लाकों के ब्लॉक अध्यक्ष एवं ब्लॉक पदाधिकारियों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए अपने ब्लाकों में एक दूसरे से सम्पर्क में बने रहें।
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आगरा जनपद में यूपीएस गजट का प्रतीकात्मक प्रति जलाकर यूपीएस गजट का जबरदस्त विरोध जताया गया इस दौरान समस्त विभागों के कार्मिकों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करते हुए देखा गया जो यह दर्शाता है कि सभी विभागों के कार्मिक यूपीएस और एनपीएस से संतुष्ट नहीं है उन्हें हूबहू पुरानी पेंशन स्कीम ही चाहिए।
जिला संयोजक अटेवा आगरा जुग्गी लाल वर्मा ने बताया यूपीएस एनपीएस से भी ज्यादा घातक है सरकार एनपीएस में बार-बार सुधार करने के बजाय पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर देनी चाहिए जो कार्मिक एवं सरकार दोनों के हित में है। क्योंकि एनपीएस के अंतर्गत कार्मिक का दस प्रतिशत अंशदान और सरकार का चौदह प्रतिशत अंशदान तीसरी कम्पनी पीएफआरडीए के पास जाता जो इस अंशदान को शेयर बाजार की जोखिमों में लगाती है इससे कार्मिकों का सेवानिवृत के बाद का जीवन असुरक्षित हो जा रहा है।