राजस्थान

रेलवे स्टेशन के सामने सराय चिश्ती चमन के नीचे दुकान की कुड़की


काफ़ी समय से लंबित मामला सुलझा

संवाद।। मोहम्मद नज़ीर कादरी

अजमेर: रेलवे स्टेशन के सामने स्थित सराय चिश्ती चमन में दरगाह कमेटी के ऑफिस के पास एक पुरानी किराएदारी का मामला आखिरकार सुलझ गया। शुक्रवार को सिविल न्यायाधीश मनमोहन चंदेल के आदेश पर दुकान को खाली करवाया गया।

यह मामला काफ़ी समय से लंबित था। दरगाह कमेटी द्वारा किराएदार को दुकान खाली करने का आदेश दिया गया था, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। कई दशकों के बाद, सिविल न्यायालय के आदेश के तहत प्रशासन ने आखिरकार इस मामले में कार्रवाई की।

डिप्टी ओम प्रकाश की अगुवाई में, क्लॉक टॉवर थाना प्रभारी (SHO) और भारी पुलिस बल मौके पर तैनात थे। प्रशासनिक टीम ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दुकान को खाली कराया।

इस कार्रवाई के दौरान स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई न्यायालय के आदेश के तहत की गई है और इसमें किसी भी पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं थी।

दरगाह कमेटी और दुकान के किराएदार के बीच विवाद लंबे समय से चला आ रहा था। पूर्व में दुकान खाली करने का आदेश दिया गया था, लेकिन किराएदार ने इसे खाली नहीं किया। इसके बाद मामला अदालत में चला गया, जहां हाल ही में फैसला दरगाह कमेटी के पक्ष में आया।

डिप्टी ओम प्रकाश ने कहा, “यह कार्रवाई न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए की गई है। हमारी प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाए रखना थी, और इसे शांतिपूर्ण तरीके से अंजाम दिया गया।”

इस घटना से क्षेत्र में पुरानी किराएदारी से जुड़े मामलों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। दरगाह कमेटी ने भी इस कार्रवाई को न्याय का प्रतीक बताया और कहा कि वे कानूनी प्रक्रिया के तहत ही अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे।

यह मामला उन लंबित मामलों में से एक था, जो दशकों से किसी नतीजे का इंतजार कर रहे थे। सिविल न्यायालय के हस्तक्षेप और प्रशासनिक कार्रवाई से इसे सुलझाया जा सका।