उत्तर प्रदेशजीवन शैली

डीएम जे रीभा की “लापरवाह अधिकारियों” पर गाज काम नहीं तो वेतन नहीं


संवाद/ शरद मिश्रा


बांदा। जिले में सरकारी कार्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था को लेकर डीएम जे रीभा ने बुधवार को अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान कई कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। संबंधित कर्मचारियों के वेतन रोकने व स्पष्टीकरण के निर्देश दिए। डीएम के इस सख्त रुख से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।डीएम ने जब पीएचसी का निरीक्षण किया तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अनुपस्थित मिले। डॉक्टर रागिनी यादव सीसीएल पर थीं,जबकि कई अन्य कर्मचारी भी ड्यूटी से गायब थे। इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित कर्मियों से जवाब-तलब करने के आदेश दिए।


खंड विकास कार्यालय के निरीक्षण के दौरान भी कई अनियमितताएं सामने आईं। एनआरएलएम और मनरेगा सेल सहित विभिन्न पटल के अभिलेखों की जांच की गई, जहां कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने तत्काल प्रभाव से सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और अनुपस्थित कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान डीएम ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यालय परिसर में पड़े खराब कृषि यंत्रों को शीघ्र हटायें। उन्होंने ब्लॉक परिसर में हेल्प डेस्क स्थापित करने के भी निर्देश दिए, जिससे ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी आसानी से मिल सके।