
आगरा। फतेहपुर सीकरी कस्बे में सूफ़ी संत शैख सलीम चिश्ती बाबा के साहबजादे स्थित दरगाह हजरत बाबा ताजुउद्दीन उर्फ वाले मियां चिश्ती रहमतुल्लाह अलैहे की दरगाह पर 464 वां हर सालाना उर्स बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। दूर-दराज से पहुंचे सूफी संतों व श्रद्धालुओ ने उनके लिए दुआएं की। उनके बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया। समापन पर लोगों को शीरनी व तबररूख तकसीम किया गया ।
उर्स का शुभारंभ दरगाह परिसर के सज्जादा नशीन मुतवल्ली हाजी नवाब उद्दीन चिश्ती और उनके साहबजादे हाजी मुकीम चिश्ती सहाब ने उच्चाधिकारियों के साथ असर की नमाज के बाद चादर पोशी कर गुस्ल शरीफ की रस्म अदा की गयी।रस्म अदायगी के बाद लंगर तकसीम किया गया। बदायूं शरीफ से तशरीफ लाए मशहूर कव्वाल मोहम्मद शमी नियाजी ने एक से बढ़कर एक कव्वाली की प्रस्तुति दी। वहीं उर्स के दोरान शैख सलीम चिश्ती के सत्रहवीं वंशज हाजी नवाब उद्दीन चिश्ती ने अपने साहबजादे हाजी मुकीम चिश्ती को उत्तराधिकारी के तौर पर उनके सिर पर जानशीनी की दस्तारबंदी हुई, यानी उनके सिर पर जानशीनी की पगड़ी बांधने के रस्म को अंजाम दिया गया।

हाजी मुकीम चिश्ती सहाब ने कहा कि देश की एकता व अखंडता में सूफी संतों का बड़ा योगदान रहा है। इसी मौके पर भारी तादाद में लोगों की भीड़ रही। रात भर कव्वालीयों में लोग झूमते रहे।
इस मौके पर किरावली उप जिलाधिकारी राजेश कुमार,पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मोहम्मद इस्लाम, पुरातत्व विभाग सी ए दिलीप फौजदार, क्राइम निरीक्षक अरविंद तोमर, वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र शुक्ला , पत्रकार शमीम सिद्दीकी ,पत्रकार महावीर वर्मा ,पत्रकार नीरज शुक्ला जी ,पत्रकार प्रमेंद्र फौजदार, पत्रकार राजवीर, पत्रकार दिलशाद समीर ,पत्रकार अली कुरेशी ,पत्रकार नौशाद कुरेशी ,सपा पूर्व नगर अध्यक्ष गब्बर कुरैशी,हाफिज आलम,हाजी आरिफ उर्फ पिंटो, भाजपा अल्पसंख्यक के नेता शाहिद आलम कुरेशी भूरी सिंह मास्टर जी, डॉ मुस्ताकीम, ज़ाहिद कुरेशी, शानू मियां, हाजी वाशत,मेहराज गाईड, हाजी नूर आलम, मुस्तफा खान,शान ए खादिम चिश्ती, इदू कुरेशी, इलियास भाई, यूनुस भाई, सपा पूर्व नगर अध्यक्ष रमजान उस्मानी, साबिर कुरेशी,सपा प्रदेश सचिव मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड रशीद हसन,मौलाना अफसर सकलेनी आदि मौजूद रहे। वहीं उर्स की सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस बल तैनात रहा।