समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण की संवेदनशीलता से 24 घंटे के अंदर आगरा के बुजुर्ग को मिली पेन्शन
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने प्रकरण संज्ञान में आते ही सीडीओ तथा समाज कल्याण अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के दिए थे कड़े निर्देश
समाज कल्याण मंत्री ने वीडियो कॉल पर बुजुर्ग से की बात, तकनीकी कारणों से बंद थी पेंशन

70 वर्षीय बुजुर्ग सूरजभान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर कतिपय कारणों से वृद्धावस्था पेन्शन बंद होने की, की थी शिकायत,
आगरा। प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण तथा जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने जनपद आगरा के विकास खण्ड, जैतपुर की ग्राम पंचायत बड़ागांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग सूरजभान के वृद्धावस्था पेन्शन का प्रकारण संज्ञान में आते ही संबंधित अधिकारियों को मामले का त्वरित निस्तारण कर उसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे। समाज कल्याण मंत्री ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पेन्शन संबंधी मामले को 24 घंटे के अंदर निस्तारित कर बुजुर्ग को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये थे।
जिलाधिकारी ने उक्त हेतु मुख्य विकास अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी को तत्काल प्रकरण में कार्यवाही के कड़े निर्देश दिए गए थे। लखनऊ से भी समाज कल्याण मंत्री ने उक्त प्रकरण का संज्ञान लेकर कार्यवाही से अवगत कराने के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। आज जनपद आगरा की जिला समाज कल्याण अधिकारी(विकास) प्राची ने बुजुुर्ग सूरजभान के घर जाकर उन्हें पेंशन स्वीकृति पत्र प्रदान किया। स्वीकृति पत्र पाते ही सूरजभान ने अपनी प्रसन्नता समाज कल्याण मंत्री से वीडियो कॉल पर बात कर व्यक्त की। उन्होंने समाज कल्याण मंत्री तथा जिलाधिकारी महोदय का आभार व्यक्त किया।

समाज कल्याण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 70 वर्षीय सूरजभान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर कतिपय कारणों से वृद्धावस्था पेन्शन बंद होने की शिकायत दर्ज करते हुए इसका निस्तारण कर पुनः पेन्शन शुरू कराने की अपील की थी। मामला संज्ञान में आते ही समाज कल्याण मंत्री ने प्रकरण का त्वरित निस्तारण कराते हुए कहा कि किसी भी वृद्ध के लिए पेन्शन उनके जीने का सहारा है। प्रदेश की डबल इंजन की सरकार बुजुर्गों के सुरक्षा, सम्मान और बेहतर स्वास्थ्य के लिए लगातार कार्य कर रही है।