बरेली। शहर का ऐतिहासिक शिक्षण संस्थान एफ आर इस्लामिया इंटर कॉलेज को गोद लेने के लिए तैयार है जमात रज़ा ए मुस्तफा अगर इसकी इजाज़त कॉलेज प्रबंध समिति दे तो। जमात रज़ा ए मुस्तफा का उद्देश्य संस्थान के बुनियादी ढाँचे, शैक्षणिक स्तर और छात्रों की शिक्षा के विकास में सुधार लाना है।
जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मिया) ने बताया कि एफआर इस्लामिया इंटर कॉलेज बरेली शहर का जाना माना शैक्षिक संस्थान है। इस शिक्षण संस्थान ने ऐसे छात्र दिए हैं जिन्होने आगे चलकर कॉलेज का ही नहीं बल्कि बरेली शहर का नाम रोशन किया है | सलमान मिया ने बताया कि इस शिक्षण संस्थान के मैदान पर बनी ऐतिहासिक ईमारत न्यू बिल्डिंग में हुज़ूर ताजुश्शरिया ने भी पढ़ाई की है। आला हज़रत के खानदान के कई लोगों ने भी यही से पढ़ा है | एफआर इस्लामिया कॉलेज की फिल्ड पर ही हुज़ूर मुफ़्ती ए आज़म हिन्द की नमाज़े जनाज़ा अदा की गयी थी | इसके अलावा हुज़ूर अमीने शरीयत, सदरुल उलेमा व हबीब मिया जैसे बुज़ुर्गो की नमाज़ ए जनाज़ा इसी मैदान पर अदा हुई। पूरी दुनिया में इस्लामिया कॉलेज के मैदान को आला हज़रत के उर्स स्थल से भी पहचाना जाता है। हर साल आला हज़रत के तीन रोज़ा उर्स का केंद्र इस्लामिया का यही मैदान होता है। लेकिन कॉलेज के विशाल मैदान की वर्तमान स्थिति बेहद ख़राब है। मैदान में चारो तरफ गन्दगी, अतिक्रमण और टूटी हुई बिल्डिंग बेहद चिंता का विषय है। सलमान मियां कहा कि जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा बरेली मरकज़ की सबसे पुरानी तंज़ीम है इसके बानी आला हज़रत थे इस वक़्त इसके अध्यक्ष क़ाज़ी ए हिंदुस्तान मुफ़्ती मुहम्मद असजद रज़ा खान क़ादरी हैं | अगर एफआर इस्लामिया इंटर कॉलेज कि संचालन प्रबंध समिति हमें इसकी इजाज़त दे तो हम इस कॉलेज को गोद लेने के लिए तैयार हैं |