संवाद।। विनोद मिश्रा
बांदा। समाज में भेदभाव और हिंसा के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘जागते रहो’ पांच दिवसीय अभियान की शुरुआत हुई। तहसील परिसर नरैनी से उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश ने इस अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान 20 गांवों में सघन रूप से चलाया जाएगा, जिसमें गीत-संगीत, परिचर्चा और नारों के माध्यम से लोगों को संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।

संस्था के डायरेक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि अभियान के पहले दिन गहबरा, नौगवा और गुढ़ा गांव में सार्वजनिक बैठकें आयोजित की गईं। इस दौरान लोगों को जाति, धर्म, लिंग और अन्य किसी भी प्रकार के भेदभाव से मुक्त होकर एक समान समाज की दिशा में काम करने का संदेश दिया गया। अभियान के समन्वयक जगदीश लाल ने कहा कि वर्तमान समय में मानवता और सहजीवी संस्कृति को मजबूत करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में सहयोगी संस्था संस्कार सेवा समिति के सुरेश कुमार ने गीत के जरिए संविधान के महत्व पर जोर दिया।
अभियान में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता रानी अहिरवार ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाएगा, जिससे भेदभाव और हिंसा से मुक्त समाज की स्थापना हो सके।
इस अवसर पर सुरेश कुमार, जगदीश लाल, मिथला, राजेंद्र प्रसाद, शिवदेवी, सूर्यप्रकाश, मनीष कुशवाहा, महेंद्र कुशवाहा, जागेश्वर प्रसाद समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।