उत्तर प्रदेशराजनीति

आगरा किले में शिवाजी महाराज ने दिखाया था अपनी शौर्य, हमें स्वाभीनाम सिखायाः देवेन्द्र फड़णवीस

अजिंक्य देवगिरि प्रतिष्ठान द्वारा महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से आगरा किले में किया गया शिवजयन्ती का आयोजन, सिर पर पगड़ी बांध कर किया अतिथियों का स्वागत

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, सहित देश के दिग्गज राजनीतिज्ञ व गणमान्य लोगों ने लिया भाग

आगरा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मुगलकाल में घटी घटना के इतिहास के पन्नों को पलटते हुए कहा कि छ6पति शिवाजी महाराज ने हमें स्वाभीना सिखाया। अजिंक्य देवगिरि प्रतिष्ठान द्वारा महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से आगरा किले में आयोजित शिवजयन्ती में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए शिवाजी के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी जान की परवाह किए बगैर शिवाजी महाराज ने औरंगजेब को बताया था कि कि मैं राजा हूं और मेरे साथ एक राजा की तरह व्यवहार होना होना चाहिए। यह स्वाभीमान उन्होंने हमें सिखाया।

अपना शौर्य दिखाते हुए औरंगजेब की कैद से आगरा किले से छूट कर निकले और वापस स्वराज्य स्थापित किया। देश के इतिहास को बदला है। सम्भाजी नगर के विनोद पाटिल को आगरा किले में शिवजयन्ती के आयोजन के लिए इसके लिए शुभकामनें दीं। छत्रपति शिवाजी के इतिहास को गागृत करने व उनसे प्रेरणा लेने के लिए हम सब यहां एकत्र हुए हैं।

आगरा किले में आयोजन की अनुमति के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का धन्यवाद दिया।कार्यक्रम का शुभारम्भ देवेन्द्र फड़णवीस ने शिवाजी महाराज की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनका स्वागत स्वागत अजिंक्य देवगिरी प्रतिष्ठान, महाराष्ट्र के अध्यक्ष विनोद पाटिल साफा पहनाकर किया। इस अवसर पर सांसद एसपी सिंह बघेल भी मौजूद थे।


इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रतापराव जाधव, केंद्रीय मंत्री आयुष (स्वतंत्र कार्यभार) रावसाहेब दानवे माजी केंद्रीय मंत्री,महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री आशिष शेलार, महाराष्ट्रके उद्योग और मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत, विधायक डॉ.परिणय फुके,केंद्रीय राज्यमंत्री मत्सव्यवसाय, पशुसंवर्धन और दुग्ध विकास एस.पी.एस बघेल, राजकुमार चाहर सांसद फतेहपुर सिकरी, पृथ्वीराज झाला, शुभम थोरात, प्रशांत हरणे, रितेश नाटा, पृथ्वीराज झाला, शुभम थोरात, प्रशांत हरणे आदि उपस्थित थी।

अतिथियों के स्वागत में आगरा किले के द्वार पर ढोल मंजीरे
आगरा किले में आयोजित शिव जयन्ती पर अतिथियों का स्वागत कुछ अलग और मराठी अंदाज में किया गया। मराठी परिधान पहनकर सजे धजे लोग ढोल नगाड़ों और मंजीरे की स्वरलहरियों पर रोमांचकारी नृत्य किया तो अतिथि भी साथ में थिरकने लगे। वहीं विदेशी पर्यटक भी शिवजयन्ती उत्सव का हिस्सा बन गए। जय भवानी जय शिवाजी के उदघोष हर पर गुजायमान हो उठे। वीर शिवाजी की प्रतिमा के साथ हर तरफ लहराते भगवा ध्वज औरंगजेब की कैद से अपनी चतुरता के साथ निकलकर गए शिवाजी की वीरगाथा की कहानी कह रहे थे।

कोल्हापुर गुरुकुल के विद्यार्थियों के मर्दाना खेल के रोमांचकारी प्रदर्शन ने दर्शकों को किया अचम्भित
कोल्हापुर के सब्यसाची गुरुकुल के विद्यार्थोयों द्वारा प्रदर्शित मर्दाना खेल को देखकर हर कोई अचम्भित हो उठा। जिसमें परम्परागत मराठी साड़ी पहने छात्राओं ने हाथों में डंडा लेकर प्रदर्शन कर निज सुरक्षा के साथ देश सुरक्षा का भी संदेश दिया। वहीं दीपोत्सव व डिजिटल आतिशबाजी ने मानों शिवजयन्ती के उत्सव के उत्साह और उमंग में झिलमिल रोशनी के रंग बिखरे दिए।

शिव जन्म से लेकर अफसल खान के वध की नाटिका पर खूब लगे शिवाजी महाराज के जयकारे
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिव जन्म से लेकर अफसल खान के वध की घटना को को नृत्य नाटिका के माध्यम से कलाकारों ने जीवन्त कर दिया। मानों इतिहास के पन्ने एक बार फिर लेकिन कुछ अलग अंदान में पलट गए हो। नितिन सरकटे व उत्कर्ष शिन्दे के गायन पर दर्शकों दोनों हाथ उठाकर आगरा किले की हर दिशा को शिवाजी महाराज के द्घोष से भर दिया। मराठी स्वागत गीत के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। वहीं समापन अवसर पर शिवजन्मोत्सव भारत वर्ष का गीत प्रस्तुत किया गया।