उत्तर प्रदेश

भगवान श्री राम को पाना है तो सबसे पहले श्री हनुमत को मनाना होगा

श्री हरि सत्संग समिति द्वारा 25 फरवरी से 27 फरवरी तक आरबीएस कॉलेज के खंदारी स्थित सभागार में होगा श्री हनुमत त्रिवेणी कथा का भव्य-विशाल आयोजन

श्रद्धालुओं को दोपहर 2.30 बजे से शाम छह बजे तक तीन दिन इस कथा का आध्यात्मिक आनंद दिलायेंगे मशहूर संत पूज्य पं. विजय शंकर मेहता जी महाराज

आगरा। प्रभु श्री राम को अगर पाना है तो सबसे पहले श्री हनुमान जी की भक्ति का सनातन में प्रावधान रहा है। प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हनुमान जी की महिमा का वर्णन सुनने के साथ-साथ उनकी भक्ति से प्राप्त होने वाले फल को दिलाने वाली सिद्ध होगी श्री हनुमत त्रिवेणी कथा। 25 से 27 फरवरी तक दोपहर 2.30 बजे से शाम छह बजे तक तीन दिन इस कथा का आध्यात्मिक आनंद दिलायेंगे संत पूज्य पं. विजय शंकर मेहता जी महाराज।

यह जानकारी आज 23 फरवरी की दोपहर श्री हरि सत्संग समिति आगरा द्वारा कमलानगर स्थित होटल सेलिब्रेशन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों को दी। इस मौके पर इस कार्यक्रम के एक पोस्टर का विमोचन भी किया गया। जिसमें संस्था की महिला समिति की कई पदाधिकारियों की मौजूदगी भी खास रही।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए संयोजक संजय गोयल ने बताया संस्था द्वारा वर्ष 2004 से धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू की गई थी, जिसके तहत कई वर्षों तक संस्था द्वारा विशाल स्तर पर श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया गया था। इसी श्रंखला में इस वर्ष प्रभु श्री राम जी के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी की श्री हनुमत त्रिवेणी कथा को व्यापक तैयारियों के साथ आरबीएस कॉलेज के भव्य सभागार में आयोजित किया जा रहा है।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया श्री हरि सत्संग समिति द्वारा भारत के विभिन्न प्रदेशों के करीब 40 करोड़ वनवासियों के जीवन को बदलने वाली योजना में अपना अहम सहयोग दिया जाता रहा है। समाज के लिए अपने उल्लेखनीय योगदान के चलते ही संस्था को गांधी शांति पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है जो गीता प्रेस जैसी संस्था के अलावा दक्षिण अफ्रीका के लोकप्रिय राजनेता नेल्सन मंडेला को भी प्राप्त हुआ। यही केवल एक ऐसा राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित पुरस्कार है जो भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया जाता है।

पोइया गांव में बनेगा संस्था का भवन, शिलान्यास आज

महामंत्री उमेश कंसल ने बताया कि 24 फरवरी को सुबह 10.30 बजे संस्था द्वारा आवासीय सुविधाओं से युक्त एक भवन का शिलान्यास भी पीली पोखर से आगे पोइया गांव में किया जा रहा है, जिसमें वनवासी 60 भाई-बहनों को कथा का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस भवन के लिए संस्था को करीब साढ़े बारह सौ गज भूमि दान में मिली है।

उपाध्यक्ष भगवान दास बंसल ने बताया इस तीन दिवसीय श्री हनुमत त्रिवेणी कथा में संत पूज्य पं. विजय शंकर मेहता जी महाराज पहले दिन 25 फरवरी को किष्किंधा कांड, दूसरे दिन 26 फरवरी को सुंदर काण्ड और तीसरे दिन 27 फरवरी को हनुमान चालीसा पर व्याख्यान देंगे।

मंत्री संजय मित्तल ने बताया इस कथा में श्री हनुमान जी के दिव्य स्वरूप का बखान संत पूज्य पं. विजय शंकर मेहता जी महाराज अपनी विशिष्ट कथा वाचन शैली में तो करेंगे ही साथ ही आदर्श जीवन यापन के सूत्र देंगे। वार्ता में उमेश कंसल, उमेश अग्रवाल, विष्णु दयाल अग्रवाल, राहुल बंसल, श्याम सुंदर अग्रवाल, कुमार कृष्ण गोयल, अशोक माहेश्वरी, कल्याण प्रसाद मंगल आदि मौजूद रहे।

निकलेगी कलश यात्रा, ग्रहों के अनुसार होगी वेशभूषा

महिला समिति की संयोजिका रश्मि सिंघल ने बताया इस आयोजन में महिलाओं की भूमिका भी अहम रहेगी। अध्यक्षा अंशु अग्रवाल ने बताया कि कथा के पूर्व पहले दिन 25 फरवरी को दोपहर 1.30 बजे से एक मंगल कलश यात्रा भी निकाली जाएगी। महामंत्री डॉ.रुचि अग्रवाल ने बताया इस यात्रा में महिलाएं परंपरागत भारतीय वेशभूषा में होंगी। ग्रहों और उनके दिनों के हिसाब से रंग भी निर्धारित हैं, 25 फरवरी यानि मंगलवार को लाल रंग, 26 फरवरी यानि बुधवार को हरा रंग और 27 फरवरी यानि गुरुवार को पीला रंग निर्धारित किया है। कोषाध्यक्ष मीनू त्यागी ने बताया कि यात्रा आरबीएस कॉलेज परिसर में निकाली जाएगी। इस मौके पर डॉ.मंजू गुप्ता, उर्मिल बंसल, सोनिया गर्ग आदि भी मौजूद रहीं।