उत्तर प्रदेश

भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के विकास और उत्थान के लिए संगठन ने उठाई मांग

  • फूड प्रोसेसिंग उद्योगो को क्लस्टर फॉर्मेट में लाने के लिए आगरा में बने फूड पार्क
  • चैम्बर ऑफ़ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने केंद्रीय मंत्री को सोंपा मांग पत्र
  • केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान को उद्यमियों ने बताईं उद्योग की चुनौतियां
  • केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को किया ऑल इंडिया रबी सेमिनार ऑयल सीड आइल ट्रेड इंडस्ट्री के लिए आमंत्रित

आगरा /नई दिल्ली। चेंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्टरीज आगरा इकाई और यूपी आयल मिल्स संगठन
के पदाधिकारीयों ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान से दिल्ली में मुलाकात की।
चेंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग की समस्याओं से संबंधित संगठन ने केंद्रीय मंत्री को तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंप कर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की चुनौतियों से रूबरू कराया। वहीं आगामी 22 और 23 मार्च को आयोजित हो रहे 45 वें ऑल इंडिया रबी सेमिनार आन आयल सीड, आयल ट्रेड इंडस्ट्री के कार्यक्रम में यूपी आयल मिल्स संगठन के नेशनल कन्वेयर दिनेश राठौड़ ने आमंत्रित किया। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया।


दिल्ली स्थित कार्यालय में भेंट कर संगठन पदाधिकारीयों ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया कि चैंबर ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को समृद्धि की दिशा में अग्रसर करने के लिए कार्य करती है।
एसोसिएशन खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के उत्थान, विकास और सुधार को प्रोत्साहित करने के लिए संकलबद्ध है। संगठन का मुख्य उद्देश्य उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त करने में मदद करना है, खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर में नियमों और निर्देशों की समीक्षा करना और संभावित उत्पीड़न को रोकना है। इसके साथ ही, सरकार और सम्बंधित संगठनों के साथ साझेदारी और संवाद को बढ़ावा देना है ताकि उद्यमियों को सही मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।


संगठन पदाधिकारीयों ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष मांग उठाई कि आगरा जनपद में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र की संगठित विकास के लिए आगरा में फूड पार्क की स्थापना की जाए ताकि फूड प्रोसेसिंग उद्योगों को क्लस्टर (संगठित) फॉर्मेट में लगाए जा सकें, जिससे विशेष लाभ और विशेष दर्जा इस उद्योग को मिल सके। केंद्रीय मंत्री को बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगरा का पेठा अपनी एक पहचान रखता है।
सरकार द्वारा फूड सेफ्टी के मानकों को व्यवहारिक एवं उद्योग हित में बनाने की आवश्यकता है। वर्तमान में खेती कृषि के अंदर अत्यधिक कीटनाशक प्रयोग के कारण खाद्य सुरक्षा के मानकों को पूरा कर पाना कठिन हो रहा है। ऐसी स्थिति में खाद्य सुरक्षा को लेकर व्यवहारिक कार्य योजनाएं बनाई जाएं। देश में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जाए ।
फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र के निर्यात नीति के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के फूड प्रोसेसिंग उद्योग को निर्यात के लिए प्रोत्साहन कार्य योजना बनाई जाए। फूड प्रोसेसिंग उद्योग को प्रदेश में विकसित करने की दृष्टिकोण से उद्योगों को आर्थिक सहायता सब्सिडी के साथ उपलब्ध कराई जाए ।
इसके साथ ही आगरा में आगामी 22 और 23 मार्च को आयोजित हो रहे 45 वें ऑल इंडिया रबी सेमिनार आन आयल सीड, आयल ट्रेड इंडस्ट्री के कार्यक्रम में यूपी आयल मिल्स संगठन के नेशनल कन्वेयर दिनेश राठौड़ ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान को मुख्य अतिथि के रूप में आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में ऑयल इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान है। हम सरकार की प्राथमिकताओं और पर्यावरण नियमों को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ताओं तक शुद्ध उत्पाद पहुंचाने के लिए संकल्पित हैं।
इस मौके पर प्रमुख रूप से यूपी आयल मिल्स संगठन के नेशनल कन्वेयर दिनेश राठौड़, अध्यक्ष अजय गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भारत भगत, उपाध्यक्ष आशीष गर्ग,
चेंबर ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के महासचिव अनुज सिंघल, चीफ एडवाइजर मनीष अग्रवाल, अपरार्क शर्मा, दीपक गुप्ता मौजूद रहे।