उत्तर प्रदेश

शारदा वर्ल्ड स्कूल में विशेष कार्यशाला आयोजित, शिक्षकों एवं छात्रों ने खेलपूर्ण गतिविधियों के माध्यम से सीखा टीम वर्क और समन्वय


आगरा। शारदा वर्ल्ड स्कूल, कीठम में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, कार्यशाला की शुरुआत विद्यालय प्रमुख श्री प्रशांत गुप्ता एवं विद्यालय प्रधानाचार्या नीना राठौर ने शिक्षिका इवा को पुष्प गुच्छ एवं विद्यालय प्रतीक चिह्न प्रदान कर किया। जिसके पश्चात लिथुआनिया की प्रसिद्ध शिक्षिका और शिक्षण विशेषज्ञ इवा ने सभी को संबोधित किया। शिक्षिका लीवा, जिन्होंने कानून और दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की है और अपने करियर की शुरुआत एक वकील के रूप में की थी, शिक्षिका इवा ने शिक्षा के प्रति अपने जुनून को पहचाना और लिथुआनिया में तीन डेकेयर सेंटर और एक किंडरगार्टन की स्थापना की। कार्यशाला में शिक्षिका इवा ने लिथुआनिया की प्री-प्राइमरी शिक्षा पद्धति पर प्रकाश डाला और बताया कि वहां 2 से 6 वर्ष के बच्चों को गतिविधि आधारित और दृश्य-आधारित शिक्षण प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि लिथुआनिया में किंडरगार्टन के बच्चे सुबह 9 बजे स्कूल आते हैं, नाश्ता करने के बाद सर्कल टाइम और फिर संगीत, खेल व सेरामिक जैसी गतिविधियों में भाग लेते हैं। दोपहर 1:30 बजे दोपहर का भोजन करने के बाद बच्चों के लिए शांति या नींद का समय होता है। सबसे खास बात यह है कि शुक्रवार को लिथुआनिया में सभी विद्यार्थी “फॉरेस्ट डे” मनाते है, जिसमें बच्चे प्रकृति के साथ जुड़ते हैं।

शिक्षिका लीवा ने शिक्षकों को विभिन्न शिक्षण तकनीकों और आधुनिक शिक्षण विधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि लिथुआनिया में शिक्षकों द्वारा बच्चों को उनके प्रयासों के आधार पर अंक दिए जाते हैं। कार्यशाला के दौरान शिक्षकों ने अपनी जिज्ञासा साझा कीं, जिनका शिक्षिका इवा ने विस्तार से उत्तर दिया। उन्होंने 8 से 12 वर्ष के बच्चों द्वारा किए गए फायर डांस का वीडियो भी दिखाया, जिससे शिक्षकों को एक नया दृष्टिकोण मिला।

कार्यशाला के अंत में शिक्षिका इवा और शारदा वर्ल्ड स्कूल के शिक्षकों ने लिथुआनिया में खेले जाने वाले रोचक खेल खेले। इस अवसर पर विद्यालय प्रमुख  प्रशांत गुप्ता, उनकी पत्नी श्रीमती प्रियंका गुप्ता और विद्यालय प्रधानाचार्या नीना राठौर भी कार्यशाला में उपस्थित रहीं। सभी ने कार्यशाला और खेलों का भरपूर आनंद लिया। यह कार्यशाला न केवल शिक्षकों के लिए ज्ञानवर्धक रही, बल्कि उनके लिए एक नया अनुभव भी साबित हुई, जिससे वे अपने शिक्षण में नवाचार ला सकें।
दिनांक 3 मार्च 2025, दिन सोमवार को शारदा वर्ल्ड स्कूल में छात्रों के लिए एक अनूठा और मनोरंजक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें खेल, संगीत और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से उनके कौशल को विकसित करने पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने फ्रीस्टाइल डांसिंग, संगीतमय कुर्सियाँ, इंटरएक्टिव खेल और जगलिंग जैसी गतिविधियों में भाग लिया। कक्षा 1 और 2 के विद्यार्थियों ने तत्व सम्बन्धी कविता, बैलून गेम और मुक्त नृत्य जैसी रोचक एवं शिक्षाप्रद गतिविधियों का आनंद लिया। यह सत्र छात्रों के लिए सीखने और मनोरंजन का अनूठा संगम साबित हुआ। गतिविधियों के माध्यम से उन्होंने टीम वर्क, रचनात्मकता और समन्वय जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं का विकास किया। बच्चों ने आत्मविश्वास के साथ अपने कौशल को निखारा और आनंदपूर्वक विभिन्न चुनौतियों का सामना किया।

शिक्षिका इवा द्वारा अपनाई गई अभिनव शिक्षण पद्धति ने छात्रों और शिक्षकों पर गहरी छाप छोड़ी। उनकी रचनात्मक शैली ने यह दर्शाया कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होती, बल्कि इसे खेल और गतिविधियों के माध्यम से भी रुचिकर बनाया जा सकता है। यह प्रेरणादायक कार्यक्रम भविष्य में भी छात्रों को रचनात्मक और प्रभावी शिक्षण विधियों की ओर प्रेरित करता रहेगा।