नेकियां कमाने व गुनाहों से तौबा करने का महीना होता है रमजान – तौफीक फारूकी पत्रकार
कन्नौज गुरसहायगंज फर्रुखाबाद जिले के पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत समाजसेवी हाजी तहसीन सिद्दीकी ने कहा कि रोजा एक ऐसी इबादत है जिसके जरिए इंसान के अच्छे आचरण की शिक्षा भी होती है रोजे से सब्र हमदर्दी और सहायता करने की इच्छाशक्ति पैदा होती है रोजेदार को दूसरे की भूख-प्यास का एहसास होता है
समाजसेवी हाजी तहसीन सिद्दीकी ने कहा कि रोजादार हमेशा चाहता है कि जो लोग भूखे प्यासे और जरूरत मन्द हैं उनकी मदद करें वह तमाम लोग खुशनसीब हैं जो रमजान माह में जरूरत मन्दों की सहायता करते हैं अल्लाह पाक इस पवित्र माह में हर नेकी का सवाब कई गुना बढ़ा कर देता है।
तौफीक फारूकी पत्रकार ने बताया कि रमजानुल मुबारक वह मुकद्दस महीना है, जिसमें अल्लाह पाक ने तमाम इंसानों की भलाई के लिए अपनी सबसे पवित्र किताब कुरान मजीद नाजिल फरमाया है। इसलिए हर रोजे दार को चाहिए कि इस मुबारक महीने में कुरान मजीद की तिलावत का एहतिमाम करें कहा कि रमजान में नहीं बल्कि हमेशा कुरान शरीफ खूब तिलावत करनी चाहिए। नफिल नमाज पढ़नी चाहिए। सारी बुराइयों से दूर रहना चाहिए। यह महीना ऐसा है जो आदमी को आदमी से मिलाते हुए ग्यारह महीनों तक लगातार नेक काम करने बुराई से बचने का अभ्यास कराता है महीने में दुआए जरूर कुबूल होती हैं। अल्लाह पाक़ अपने बन्दों पर रहमत भरी नज़र करता हैं और बन्दा जो नेक नीयत से साफ दिल से मांगता हैं अल्लाह पाक़ उसकी दुआ जरूर कबूल करता है ये पाक महीना रहमतों बरकतों एवं गुनाहों से तौबा करने का महीना है