मोहन ने होली में कियो पमाड़ो … गीत में दिखी ब्रज की संस्कृति
मित्र मिलन समारोह में वही हास्य शृंगार और करुण रस की त्रिवेणी
सर्वोदय चरखा मंडल एवं सत्संग मंडल ने मित्र मिलन में खेली फूलों की होली
42 वर्षों से सर्वोदय चरखा मंडल निभा रहा है सामाजिक परंपरा
आगरा। सर्वोदय चरखा मंडल एवं सत्संग मंडल द्वारा लता कुंज बालूगंज में मित्र 43 वें मिलन समारोह का आयोजन किया गया। पिछले 42 वर्षों से अनवरत चल रहे इस आयोजन में प्रवचन संगीत और काव्य की खूब रासधारा बही। कार्यक्रम संयोजक शशि शिरोमणि ने बताया कि मित्र मिलन समारोह के इस कार्यक्रम का शुभारंभ शिरोमणि बंधु स्व. प्रकाश नारायण, स्व. गोपाल नारायण और स्व. बाबूलाल मित्तल द्वारा किया गया था। तब से लेकर आज तक सामाजिक सौहार्द और सद्भाव के संदेश के लिए प्रतिवर्ष मित्र मिलन समारोह आयोजित होता है। प्रेम और मेल मिलाप को बढ़ाने के लिए संगठन का यह कार्यक्रम सामाजिक सद्भाव की मिसाल है। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ अशोक शिरोमणि के स्वागत उद्बोधन से हुआ। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक सुधीर नारायण ने कुसुम चतुर्वेदी रचित होली गीत रंगरस आनंद का उल्लास का त्योहार होली और ग़ालिब की गजलें पेश की। तबले पर संगत की राज मैसी और सहयोगी रिंकू चौरसिया प्रीति एवं देश दीप ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत डॉ अमोल, डॉ असीम शिरोमणि, अश्विनी एडवोकेट रवि एवं डॉ अशोक शिरोमणि ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ नीलम भटनागर ने की मुख्य अतिथि के रूप में प्रो सोम ठाकुर, विशिष्ट स्थिति डॉ कुसुम चतुर्वेदी रही। मोहन ने होली में कियो पमाड़ों लोकगीत प्रस्तुत किया।
खेल आते हैं हरि आनंद होली गीत डॉ प्रदीप श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। होलिया में उड़े गुलाल अश्वनी शिरोमणि ने गाया।
कार्यक्रम में शहर भर के साहित्य संगीत और कला क्षेत्र के धुरंधरों ने हास्य श्रृंगार और करुण रस के शब्द बाण से श्रोताओं को खूब हंसाया।
समाजसेवियों का हुआ सम्मान
मित्र मिलन समारोह में शहर भर के वरिष्ठ समाजसेवियों को सम्मानित किया गया जिनमें प्रमुख रूप से शमी अगाई, अश्विनी पटेल, हरीश चिमटी, डॉ शशि तिवारी, करतार सिंह भारती, किरण शर्मा, रमेश आनंद, श्रीदान, नीरज स्वरूप, नीलेंद्र श्रीवास्तव, सुशील सरित, शोभा श्रीवास्तव, विनय बंसल, राजेश दीक्षित, पुष्पा श्रीवास्तव, रिचा शिरोमणि को सम्मानित किया गया।
इनकी रही मौजूदगी
इस अवसर पर डॉक्टर नीरज स्वरूप, निमिषा स्वरूप, अश्विनी शिरोमणि, एडवोकेट रवि शिरोमणि, डॉ अमोल शिरोमणि , डा असीम शिरोमणि मौजूद रहे।