आगरा। डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की महामहिम कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देशानुसार कुलपति प्रो. आशु रानी के निर्देशन और योगदान में ‘नशामुक्त तथा दहेजमुक्त’ भारत के निर्माण में दो दिवसीय साइकिल यात्रा का आयोजन 10 एवं 11 मार्च को किया गया।‘नशामुक्त और दहेजमुक्त’ समाज में जागरूकता हेतु साइकिल यात्रा का शुभारंभ 10 मार्च को सुबह 8 बजे कुलपति द्वारा स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा स्वामी विवेकानन्द परिसर खंदारी से किया गया।
यात्रा संयोजक प्रो. मनुप्रताप सिंह ने बताया की खंदारी परिसर से विश्वविद्यालय के 50 छात्र और शिक्षक इस साइकिल यात्रा में शामिल हुए है।यात्रा खंदारी परिसर से शुरू होकर रामबाग, पोइया चौराहा, कचनाऊ चौराहा, बल्देव, रमणरेती से होते हुए अगले दिन मथुरा से होते हुए रैपुरा जाट गाँव, कीठम गाँव, कैलाश मंदिर होकर फिर से स्वामी विवेकानन्द परिसर, खंदारी तक सफर पूरा किया। दो दिवसीय 160 किलो मीटर की इस यात्रा में छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर आगरा और मथुरा के कई गांवों और प्राथमिक विद्यालयों में कुलाधिपति जी के निर्देशन में शपथ ग्रहण कराई।
साईकिल यात्रा कार्यक्रम ने आगरा से मथुरा के सभी जनपदों में लोगों का ध्यान आकर्षित किया। आंगनवाड़ी, ग्राम प्रधान प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक एवं 250 से अधिक छात्रों से वार्ता हुई। इस अभियान के महत्वपूर्ण बिन्दुओं का समझाते हुए हमारे विश्वविद्यालय के छात्रों ने समाज में एक आशा की ज्योत जलाई है। माननीय कुलपति जी की ये आशा है कि इन्हीं मेधावी बच्चों के द्वारा ही उनके इस यात्रा का संस्मरण तैयार किया जाएगा जो एक किताब रूपी संरक्षण है इनके अनुभवों का और आगे आने वाली पीढ़ी को भी सदैव ही ऐसे जागरूक अभियान के लिए उन्हें उत्साहित करती रहेगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में कुलसचिव राजेश कुमार का विशेष सहयोग रहा और यात्रा के वापस आने पर उन्होंने सभी का सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित कर बधाई दी।