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होली के दिन लगने वाले चंद्र ग्रहण की टाइमिंग, क्या भारत में रहेगा सूतक काल?

दिल्ली। भारत में 14 मार्च 2025 को होली के रंगीन उत्सव के साथ एक दुर्लभ खगोलीय घटना घटित होने वाली है। शुक्रवार को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह खास दिन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है बल्कि खगोलीय दृष्टि से भी यह घटना उत्सुकता का विषय है।होली के दिन चंद्र ग्रहण का संयोग अत्यंत दुर्लभ माना जाता है और इससे जुड़ी कई धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यताएं भी हैं।इस लेख में हम आपको बताएंगे इस चंद्र ग्रहण का सही समय, इसके संभावित प्रभाव और इससे जुड़ी सेहत संबंधी जरूरी सावधानियों के बारे में इस खगोलीय घटना को देखने और समझने का यह अनोखा अवसर है, लेकिन साथ ही हमें अपने स्वास्थ्य और पारंपरिक मान्यताओं का भी ध्यान रखना चाहिए।

चंद्र ग्रहण कब है?

होली के दिन साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण होगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण का समय अशुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहणों और नक्षत्रों का विशेष महत्व है और धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसे महत्वपूर्ण माना गया है. यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाएगा. यह दृश्य भारत के कई हिस्सों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।

चंद्र ग्रहण का समय

ऐसा कहा जा रहा है कि इस पूर्ण चंद्र ग्रहण की शुरुआत 14 मार्च 2025 को सुबह 10 बजकर 39 मिनट 3 सेकंड पर होगी और यह ग्रहण 2 बजकर 18 मिनट 2 सेकंड पर समाप्त होगा.

चन्द्र ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा

यह ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, लेकिन अन्य देशों जैसे उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में इसे देखा जा सकेगा।