उत्तर प्रदेश

बादशाह शाहजहां को बेटी जहांआरा बेगम की 334 वीं बरसी की फ़ातिहा का एहतमाम

आगरा।  इस्लामिया लोकल एजेन्सी के तत्वाधान में घटिया मामू भांजा  स्थित ख्वाजा गरीब नवाज़ गेस्ट हाउस पर 20 रमज़ान मुबारक 1446 हिजरी को जहाँआरा बेगम की 334 वीं बरसी पर फातिहा का आयोजन किया गया।

सुबह कुरआन ख्वानी का एहतमाम किया गया। शाही इमाम जामा मस्जिद इरफान उल्ला खान निजामी के फातिहा के बाद मुल्क में अमन चैन की दुआ की।।

चैयरमैन हाजी असलम कुरैशी ने जहांआरा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए  कहा कि जहाँआरा बेगम बादशाह शाहजहां की सबसे बड़ी बेटी थी । आप बहुत इबादत गुज़ार थी। आप जीवन भर अविवाहित रही । अपने वालिद की आखिरी वक्त तक खिदमत करती है। औरंजेब भी अपनी बड़ी बहन की बहुत इज्ज़त करता था। अपने शाहजहां से कहा कि अपन को रकम मेरी शादी में खर्च करना चाहते है उस रकम से मस्जिद तामीर करवा दीजिए। बादशाह ने ऐसा ही किया जाना मस्जिद के नाम से मस्जिद तामीर करवा दी।

गौरतलब हो कि जहाँआरा बेगम का इंतकाल दिल्ली में हुआ। आपकी कब्र हज़रत निजामुद्दीन दरगाह आहते ने है।

फातिहा में हाजी बिलाल कुरैशी, हाजी जमील उद्दीन कुरैशी, अजमद कुरैशी,नदीम नूर, नदीम ठेकेदार, सेठ इलियास वगैरह ने शिरकत की ।