दिल्ली

ट्रेन में जितनी सीटें, उतने ही टिकट जारी करेगा रेलवे, यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ी तैयारी

नईदिल्ली। भारतीय रेलवे में यात्रियों की भारी भीड़ और सीट की समस्या एक आम बात है, खासकर त्योहारों के दौरान यूपी-बिहार जैसे रूट पर तो यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है, जहां टिकट मिलना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अब भारतीय रेलवे एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है, जिससे यात्रियों को राहत मिल सकती है रेलवे अब यात्रियों को सिर्फ कंफर्म टिकट मुहैया कराने की तैयारी में है।
हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में रेलवे से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए यह महत्वपूर्ण जानकारी दी उन्होंने बताया कि ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीट के हिसाब से ही टिकट जारी किए जाएंगे इसका मतलब है कि जितनी सीटें होंगी, उतनी ही टिकटें बेची जाएंगी इस कदम का उद्देश्य ट्रेन में कंफर्म सीट के साथ सफर करने वाले यात्रियों को वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की वजह से होने वाली असुविधा से बचाना है।

यह नियम निश्चित रूप से यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव देगा, लेकिन इसका मतलब यह भी है कि टिकट पाना अब और भी मुश्किल हो सकता है मांग और आपूर्ति के बीच अंतर बढ़ने से टिकटों की उपलब्धता कम हो सकती है।

बिना टिकट यात्रा करने पर बढ़ेगी मुश्किल
अगर आप भारतीय रेलवे में बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको जुर्माना भरना होगा यदि आपके पास पैसे नहीं हैं या आप जुर्माना भरने से मना करते हैं, तो ऐसी स्थिति में यात्री को RPF (रेलवे सुरक्षा बल) को सौंप दिया जाएगा इसके साथ ही रेलवे अधिनियम की धारा 137 के तहत मामला दर्ज किया जाता है। RPF इन यात्रियों को रजिस्ट्रार के सामने पेश करता है ऐसे में उन पर 1000 रुपये का जुर्माना लगता है और जुर्माना नहीं भरने पर 6 महीने की जेल भी हो सकती है।

रेलवे की सुरक्षा पर फोकस
अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि रेलवे का सबसे ज्यादा ध्यान सुरक्षा पर है उन्होंने कहा कि इसके लिए कई तकनीकी बदलाव किए गए हैं, जिसमें लॉन्गर रेल, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, फॉग सेफ्टी डिवाइस और कई बड़े कदम शामिल हैं।

भारत बन रहा है रेलवे का बड़ा एक्सपोर्टर
उन्होंने बताया कि भारत रेलवे का बड़ा एक्सपोर्टर बन गया है। ऑस्ट्रेलिया को मेट्रो कोच के अलावा, हमारा देश यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब और फ्रांस को रेल कोच निर्यात करता है. इसके अलावा मैक्सिको, स्पेन, जर्मनी, इटली को ऑपरेशनल इक्विपमेंट एक्सपोर्ट कर रहा है अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि जल्द ही बिहार में बने लोकोमोटिव और तमिलनाडु में बने पहिए दुनिया भर में दौड़ेंगे।