संवाद।। शरद मिश्रा
बांदा। जिले में अन्ना प्रथा से “किसान बुरी तरह त्रस्त” हैं। छुट्टा जानवर किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद कर रहे हैं, जिससे वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। बबेरू ब्लॉक के कई गांवों जैसे आहार, मिलाथू, पल्हरी, शिव, मवई, आलमपुर, बघेहटा, देवरथा, पंडरी, रगौली, हरदौल और सिमोनी में सैकड़ों की संख्या में अन्ना जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

किसानों ने अपनी समस्या के समाधान के लिए तहसीलदार, उपजिलाधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिलाधिकारी, आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल और सचिव ग्राम विकास तक दर्जनों बार ज्ञापन और शिकायतें दीं। पूर्व में एक दिवसीय सांकेतिक धरना और अनशन भी किया गया था, लेकिन प्रशासन ने केवल आश्वासन दिया, कोई ठोस कदम नहीं उठाया। किसानों का कहना है कि सम्बंधित विभागीय अधिकारी और जिला प्रशासन के सभी वादे केवल कागजों तक सीमित रह गए हैं।
समाजसेवी पीसी पटेल ने कहा, “यदि प्रशासन अब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो मजबूर होकर हम ग्राम पल्हरी के पटेल तिराहा, मिलाथू पारा, बिहारी मोड़ पर अनिश्चितकालीन अनशन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।” किसानों का कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।