नई दिल्ली। मेवाड़ के सबसे बड़े महाराणा राणा सांगा पर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के बयान के बाद सियासी पारा हाई हो गया है। विवाद बढ़ता देख अब सपा मुखिया की तरफ से भी इस पर बयान आ गया है। राणा सांगा मामले में अखिलेश यादव ने विवाद बढ़ने के बाद अब यू-टर्न ले लिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि राणा सांगा की वीरता राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं है। अखिलेश ने कहा कि इतिहास पुरुष का अपमान करना उद्देश्य नहीं है।
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया है कि राजपूत शासक राणा सांगा ने मुगल बादशाह बाबर को इब्राहिम लोदी के खिलाफ लड़ने के लिए भारत आमंत्रित किया था। इस बयान को हिंदुओं और राजपूत समुदाय का अपमान माना जा रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने पार्टी सदस्य का बचाव किया है, जबकि आलोचक उनसे माफ़ी की मांग कर रहे हैं। सांसद का कहना है कि भारतीय मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानते।
राणा सांगा पर दिए बयान के बाद सपा सांसद रामजीलाल सुमन के खिलाफ क्षत्रिय समाज का गुस्सा बुधवार फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में आई भीड़ ने उनके घर पर हमला कर दिया। बाहर खड़ी तमाम गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए।