नई दिल्ली: क्या प्यार के नाम पर किए गए वादे इतने कमजोर हो सकते हैं कि शादी के कुछ ही दिनों बाद वो मौत में बदल जाएं? ये सवाल हम इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि इस समय देश में तीन सनसनीखेज हत्याकांड चर्चा में हैं. मेरठ का सौरभ मर्डर केस, औरैया हत्या मामला और बेंगलुरु मर्डर केस. हैरान करने वाली बात यह है कि तीनों मामलों में हत्या का तरीका लगभग एक जैसा है. तीनों हत्याएं लव मैरिज के बाद हुईं. तीनों घटनाओं ने समाज में रिश्तों को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है. आइए, जानते हैं इन तीनों मामलों की पूरी कहानी.
मेरठ मर्डर केस
यहां सौरभ की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी. इतना ही नहीं, इस खौफनाक घटना को अंजाम देकर ये प्रेमी जोड़ा मजे से हिल स्टेशन घूमने चला गया. 29 साल के सौरभ राजपूत पूर्व मर्चेंट नेवी ऑफिसर थे और वर्तमान में US में एक बेकरी में काम करते थे. पति लंदन में था तभी मुस्कान की बचपन के दोस्त साहिल शुक्ला से दोस्ती हुई और मुस्कान साहिल के प्यार में पड़ गई और ड्रग का नशा भी करने लगी. 24 फरवरी को सौरभ अपनी 6 साल की बेटी का जन्मदिन मनाने भारत आए थे लेकिन सौरभ को क्या ही पता था कि यहां उसकी पत्नी मुस्कान उसकी मौत का ब्लू प्रिंट तैयार करके बैठी है. 4 मार्च को अंजाम दी गई इस खौफनाक घटना में, मुस्कान ने पहले खाने में नींद की दवा मिलाकर सौरभ को बेहोश किया फिर अपने प्रेमी साहिल की मदद से सौरभ की चाकू से हत्या कर, उसके शव के टुकड़े टुकड़े कर दिए. फिर दोनों आरोपी ने सौरभ के टुकड़ों को एक ड्रम में डालकर ऊपर से सीमेंट भरकर सील कर दिया ताकि मौका पाकर शव को ठिकाने लगाया जा सके. पुलिस ने मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल को अरेस्ट कर दिया है और दोनों जेल की सलाखों के पीछे हैं.
मेरठ हत्याकांड का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि ऐसा ही एक और मामला सामने आ गया. मामला यूपी के औरैया का है जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर डाली वो भी शादी के महज 15 दिन बाद. महिला का नाम प्रगति है, जिसने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर अपने पति दिलीप कुमार की हत्या करवा दी. 5 मार्च 2025 को प्रगति की शादी दिलीप से मैनपुरी जिले में हुई थी. ये शादी बड़ी धूम धाम से हुई. शादी की जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं उन तस्वीरों में कही नहीं दिख रहा की प्रगति किसी तरह से इस शादी से दुखी है लेकिन इस मुस्कुराते चेहरे के पीछे की हकीकत तो कुछ और ही थी. बताया गया कि प्रगति इस शादी से खुश नहीं थी. प्रगति की मर्जी के बिना ही उसकी शादी दिलीप से करा दी गई थी. प्रगति का प्रेम संबंध गांव के ही अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव के साथ था लेकिन परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे जिसके चलते प्रगति और अनुराग की शादी नहीं हो सकी और फिर प्रगति ने इसका बदला निर्दोष दिलीप से लिया. हत्या की साजिश प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर रची थी. हत्या के लिए प्रगति ने 2 लाख रुपये की सुपारी भी दी थी. प्रगति ने अपने पति की हत्या करवाने के लिए शूटरों को जो पैसा दिया था उसमें 1 लाख रुपये उसे मुंह दिखाई में मिले थे. प्रगति ने अनुराग को बताया था कि दिलीप अमीर है और अगर उसे रास्ते से हटा दिया जाए, तो वे दोनों अच्छे तरीके से जीवन जी सकते हैं. इसके बाद प्रगति ने एक टीम बनाकर पति की हत्या करवा दी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग और शूटर रामजी नागर को अरेस्ट कर जेल में डाल दिया है.
बेंगलुरु में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है, जहां 19 साल की यशस्विनी ने अपने 37 वर्षीय पति लोकनाथ सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी. लोकनाथ और यशस्विनी तीन साल से रिलेशनशिप में थे और घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी कर ली थी. लेकिन शादी के बाद रिश्ते में खटास आने लगी. लोकनाथ का रवैया दिन-ब-दिन बदलता गया, और यशस्विनी पर दबाव बढ़ने लगा. शादी के कुछ समय बाद ही लोकनाथ ने यशस्विनी पर जबरदस्ती करने की कोशिश की. जब यशस्विनी ने शारीरिक संबंध बनाने से इनकार किया, तो वह उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगा लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. लोकनाथ ने यशस्विनी से कहा कि वह अपनी मां हेमा को भी उसके साथ संबंध बनाने के लिए तैयार करे. यह मांग सुनकर यशस्विनी अंदर तक हिल गई और मायके चली गई लेकिन लोकनाथ ने उसका पीछा नहीं छोड़ा. उसने धमकी दी कि अगर यशस्विनी वापस नहीं आई, तो वह उसकी मां को भी जबरदस्ती अपने घर ले जाएगा. लोकनाथ की धमकियों से तंग आकर यशस्विनी ने अपनी मां के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और फिर दोनों ने 22 मार्च को उसकी हत्या कर दी जिसके बाद बीजीएस लेआउट में एक निर्माणाधीन इमारत में लोकनाथ का शव मिला, जहां उसे बेरहमी से मारा गया था. यह हत्या सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक बीमार मानसिकता का नतीजा भी है. जब रिश्ते में सम्मान और सहमति खत्म हो जाती है, तो अंजाम कुछ ऐसा ही होता है. इन घटनाओं ने रिश्तों की गहराई और विश्वास पर सवाल खड़े कर दिए हैं.