दिल्ली

अब यह कुछ ज़्यादा ही हो गया


सड़क पर नमाज पढ़ने पर नमाजियों के पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की बात निहायत अफसोस नाक है और हम समस्त भारतीय हिंदू मुस्लिम सिख इसाई मिलकर पुलिस की इस बयान का कड़ा विरोध करते हैं
पहले तो मुस्लिम समाज ईद की नमाज सड़क पर पड़ेगा ही नहीं और पुलिस द्वारा दी गई इस तरह की धमकी बिल्कुल ही गलत है और यह पुलिस की मनमानी और उनकी एक तरफा कार्रवाई को दर्शाता है मैं पुलिस मशीनरी से एक अनुरोध करता हूं की पुलिस अधिकारियों को संविधान का पालन करना चाहिए और उसके आदर्श का सम्मान करना चाहिए संविधान में पुलिस को पासपोर्ट निरस्त करने का अधिकार नहीं है।


दूसरी ओर यह भी देखा जा रहा है की महज़ कविता पाठ या स्टैंड अप कॉमेडी से नफरत फैलाने के नाम पर पुलिस धारा 196 के तहत FIR कर देती है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने बोलने की आजादी को बचाए रखने की वकालत की है और यह भी नसीहत की है की कविता पाठ या स्टैंड अप कॉमेडी से नफरत नहीं फैल सकती।


मैं आप सभी लोगों से अनुरोध करता हूं की जो लोग छोटी-छोटी बातों पर पुलिस में FIR करने जाते हैं वह कृपया देश के सौहार्द के लिए ऐसा ना करें।


हमारा देश बहुत बड़ा है हमारा देश बहुत अच्छा है सदियों से हिंदू मुस्लिम सिख इसाई के आपस में रहने की सभ्यता है आइए ईद और नवरात्रि एक साथ मिलकर मनाते हैं
और देश कैसे बड़ा हो भारत कैसे आगे बढ़े इसके लिए सब मिलकर कोशिश करते हैं


सभी भाइयों को नवरात्र और ईद की मुबारकबाद वो शुभकामनाएं


एफ आई इस्माइली
चेयरमैन दिल्ली स्टेट उर्स कमिटी
दिल्ली सरकार