आगरा। उत्तर भारत का ऐतिहासिक भीम नगरी महोत्सव की तैयारियां ज़ोरों शोरों पर चल रही हैं। इस बार भीमनगर सेक्टर 11 आवास विकास कॉलोनी के मैदान में बनाई जा रही है।जिसकी भव्यता का नज़ारा हर रोज़ देखा जा रहा है। तीन से चार दिन चलने वाले इस महोत्सव में पूरे आगरा में उत्सव का माहौल रहता है। भीमनगर को हर बार एक अलग स्वरूप में तैयार किया जाता है। इसी श्रृंखला में भीमनगर 2025 का स्वरूप नागपुर के दीक्षा भवन के रूप में होगा। जिसका काम रात दिन चल रहा है। कारीगर पूरी मेहनत से भवन को उसका रूप देने में जुट हुए हैं।
नागपुर के दीक्षा भूमि जैसा होगा भीमनगर का स्वरूप
भीमनगर 2025 का स्वरूप इस बार दीक्षा भूमि के जैसा रहेगा दीक्षाभूमि एक पवित्र बौद्ध स्मारक है और इसमें भारत का सबसे बड़ा स्तूप है , जिसे सम्राट अशोक द्वारा निर्मित विश्व प्रसिद्ध सांची स्तूप के अनुरूप बनाया गया है। नागपुर के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक, हर साल लाखों तीर्थयात्री इस स्मारक को देखने आते हैं।

कलकत्ता के कारीगर बना रहे हैं भीम नगरी
भीमनगर 2025 जिसको इस बार दीक्षा भूमि के जैसा बनाया जा रहा है। इसको बनाने में कलकत्ता के करीब 40 से 50 कारीगर लगे हुए हैं। दिन रात मेहनत कर वो सभी भीमनगर का उसका आकार देने में जुट हैं। इस बारे में और जानकारी देते हुए कारीगर उत्पल मंडल ने बताया कि हम सभी कलकत्ता से आए हैं हर साल भीमनगरी को बनाने का काम करते हैं। यहीं भीमनगर में रुक कर वो और उनके साथी मिलकर भीमनगर की समय से पूरा करने में लगे हैं।

निहाल टैंट करता है भीमनगरी की सजावट और डिज़ाइन कार्य
भीमनगर महोत्सव में चार चांद लगाने में निहाल टैंट के स्वामी निहाल सिंह ने बताया कि भीमनगर महोत्सव से वो 1996 में जुड़े हैं। हर साल उनकी देख रेख में कलकत्ता के कारीगरों की मदद से भीमनगरी को तैयार किया जाता है। हर साल एक नया स्वरूप देने की कोशिश की जाती है। इस बार दीक्षा भवन का स्वरूप दिया गया है। पूरी भीमनगरी की डिजाइनिंग मेरे द्वारा ही की जाती है हमेशा

भीमनगरी का भव्य भवन बनाने इन चीज़ों का होता है प्रयोग
भीमनगरी को उसकी भव्यता देने के लिए कारीगर दिन रात मेहनत करते हैं बल्ली ,पिलाई फाइबर,बांस ,कपड़े आदि चीजों की मदद से इस भीमनगरी के स्वरूप को सजाया जाता है। जिसमें भव्य मंच साथ ही अतिथियों के लिए मंच के सामने बैठने की व्यवस्था रहती है।

मुख्य मार्गों पर बनेंगे प्रवेश द्वार
भीमनगर महोत्सव की और भव्य बनाने के लिए भीमनगरी में प्रवेश करने वाले मुझे मार्गों पर आकर्षक मुख्य द्वार बनाए जा रहे हैं। जो इस महोत्सव की शोभा में चार चांद लगाने का काम करेंगे।