
आगरा। बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय के सभागार में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। जिसकी मुख्य थीम ‘गंगावतरण’ थी। मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, यूनियन मिनिस्टर ऑफ स्टेट (लोकसभा सांसद) व विशिष्ट अतिथि श्रीमती बबिता चौहान, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश और महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव मोहित गुप्ता व श्रीमती मधु बघेल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर वार्षिकोत्वस का उद्घाटन हुआ। तत्पश्चात् गणेश वन्दना, सरस्वती वन्दना के बाद अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा पौधा देकर किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की वार्षिक रिर्पोट समन्वयक सांस्कृतिक कमेटी प्रो. नसरीन बेगम ने प्रस्तुत किया। छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। गंगावतरण नृत्य नाटिका का मंचन नदियों को स्वच्छ बनाने के संकल्प के साथ अत्यन्त सुरुचिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। तत्पश्चात देवी माँ के नव रूपों पर एक नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई। साथ ही छात्राओं ने योग के माध्यम से गणेश वन्दना प्रस्तुत की।

मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, केन्द्रीय राज्यमंत्री ने गंगावतरण नृत्य नाटिका की प्रशंसा की। प्रो. एस.पी. सिंह बघेल जी ने कहा कि नवरात्रि की नौ दुर्गा की उपासना के साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्या पर भी रोक लगाई जाये। उन्होंने डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के वक्तव्य “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो को दोहराते हुए महाविद्यालय की छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा “शिक्षार्थ आयें और सेवार्थ जायें।” सांसद जी ने इस शेर के माध्यम से

तन्हा चला था जानिबे मंजिल मगर लोग साथ आते गये और कारवाँ बनता गया
कहा कि यह महाविद्यालय 33 छात्राओं से शुरू होकर आज अपनी एक अलग पहचान रखता है और इस अवसर पर महाविद्यालय में आकर हमें बेहद प्रसन्नता हो रही है और आज सिर्फ और सिर्फ हम छात्राओं को शिक्षा के विषय में उन्हें शिक्षित होने के लिये अपना संदेश देना चाहते हैं कि छात्रायें शिक्षित होंगी तो देश तरक्की करेगा।

महाविद्यालय अपने सांसद का शुक्रगुजार है कि उन्होंने इतनी मसरूफियत के बावजूद प्रारंभ से अंत तक कार्यक्रम में मौजूद रहे और यह वार्षिकोत्सव की कामयावी है और महाविद्यालय के लिय गर्व की बात है।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती बबिता चौहान, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग उ०प्र०, ने अपने उद्बोधन में उर्दू और हिन्दी दोनों भाषाओं के खूबसूरत तालमेल में संचालन के लिए प्रो. नसरीन बेगम की प्रशंसा की। उन्होंने छात्राओं को आर्शीवाद देते हुए कहा आप ऐसे देश में रहती है जहाँ न सिर्फ भारत को बल्कि नदियों को मी माँ शब्द के साथ सम्बोधित किया जाता है। उन्होंने नारी शक्ति की प्रधानता पर बल दिया। छात्राएँ उनके सम्बोधन से बेहद प्रभावित हुई उन्हें यह शक्ति मिली की वो अपनी योग्यता को पहचानते हुए आगे बढ़ेंगी और आगे बढ़कर उच्च पदों पर आसीन होंगी और अपने शहर का नाम रोशन करेंगी।

इस अवसर पर मौहित गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि महाविद्यालय आज के इस वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि प्रो. एस.पी. सिंह बघेल जी. विशिष्ट अतिथि श्रीमती बबिता चौहान जी के आने से गौरान्वित है और उनको शुक्रिया अदा करता है उन्होंने छात्राओं के प्रयास की सराहना की।

स्मृतियों को चिरस्मरणीय रखने के लिए प्रो. एस.पी. सिंह बघेल एवं श्रीमती बबिता चौहान को चित्र भेंट किये गये।

प्राचार्या प्रो. पूनम सिंह ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा कर उनको आशीर्वाद के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किये एवं कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. शैलजा मिश्रा को उनके सफल संयोजन के लिए बधाई दी।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. नसरीन बेगम द्वारा किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या नीलम भटनागर, प्रो. अमिता निगम, प्रो. लता चंदोला, प्रो. अमिता शर्मा, प्रो. शशिप्रभा वाष्र्षीय, डॉ. रेखा कक्कड़, श्रीमती क्षमा जैन पूर्व पार्षद जयपुर हाउस एवं महाविद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं की गरिमामय उपस्थिति रही। अंत में प्रो. बिन्दु अवस्थी अध्यक्षा चित्रकला विभाग ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।