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नीले झंडो से पटी भीमनगरी, मंच पर आज कटेगा केक नागपुर के दीक्षा भूमि का महल ने लिया आकार

आगरा। डा. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती के लिए आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-11 के मैदान पर सज रही भीमनगरी का महल नागपुर के ऐतिहासिक बौद्ध तीर्थ स्थल दीक्षा भूमि का स्वरूप ले चुका है। भीमनगरी समारोह आयोजन समिति ने भीमनगरी में आने वाले आगंतुकों के स्वागत को तैयार है।

संरक्षक डॉ. रामजी लाल ने बताया कि भीमनगरी के प्रवेश द्वार को साँची के स्तूप के रूप में बनाया है। दीक्षा भवन को बनाने में पिछले 20 दिन से कलकत्ता से 80 से अधिक कारीगर दिनों रात लगे हुए थे। महल 60 फीट ऊंचा और 120 फीट चौड़ा है। महल के आगे जमीन से छह फीट ऊंची, 100 फीट लंबी और 50 फीट चौड़ी स्टेज बनाई गयी है। पुरे भीम नगरी क्षेत्र को 5 हज़ार बौद्ध धर्म और बाबा साहेब के चित्र वाले नीले झंडे से सजाया गया है।

ये होंगे कार्यक्रम

अध्यक्ष विजय सिंह कर्दम ने बताया कि 15 अप्रैल को भीमनगरी का उद्द्घाटन सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ करेंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 16 को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री असीम अरुण की मौजूदगी में बौद्ध रीति-रिवाज से सामूहिक विवाह होंगे। 17 अप्रैल को मेधावी छात्र-छात्राओं और समाज के प्रबुद्धवर्ग का सम्मान समारोह होगा। समापन पर ही अगले वर्ष भीम नगरी कहां सजेगी, इसकी घोषणा भी मंच से होगी। सचिव ई. महेश चंद्र ने बताया कि आज मंच पर भारत रत्न भीम राव आंबेडकर जी के जन्मदिन पर मंच पर केक कटा जायेगा।