भागलपुर: सफ़ाली में डॉ भीमराव अंबेडकर जी की135वीं जयंती मनाई गई ।
बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के 135वीं जयंती को साफाली युवा क्लब ने बड़े धूमधाम से मनाया अतिथियों के द्वारा श्रद्धा सुमन के साथ पुष्पांजलि अर्पित किया गया वहीं
साथ साथ भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय था “डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर वर्तमान भारतीय परिप्रेक्ष में ज्यादा समीचीन” जिसमें सभी प्रतिभागियों को 5 मिनट का समय दिया गया निर्णायक की भूमिका डॉक्टर शाहिद रजमी, विभागाध्यक्ष, उर्दू विभाग, मुंगेर यूनिवर्सिटी, प्रकाश चंद्र गुप्ता वरिष्ठ समाजसेवी एवं उदय जी समाज सेवी ने निभाई सभी प्रतिभागियों ने अपने अपने उत्कृष्ट विचार व्यक्त किये जिसमें प्रथम स्थान गुलअफ़शा परवीन द्वितीय स्थान छोटू कुमार चंदन तृतीय स्थान बिजया लक्ष्मी एवं चतुर्थ स्थान तुलसी कुमार ने प्राप्त किया।
वहीं कार्यक्रम के अध्यक्षता डॉ फारूक अली ने किया विषय प्रवेश करते हुए डॉक्टर अली ने कहा कि शिक्षित बनो संगठित रहो एवं संघर्ष करो डॉ अंबेडकर बाबा जी के विचार पर प्रकाश डालें साथ ही साथ उन्होंने कहा कि भारत ने जहां जाति धर्म भाषा के नाम पर असहिष्णुता बढ़ती जा रही हैं वहीं डॉक्टर अंबेडकर जी की सोच हमें जोड़ने का काम करती है। वे हमें याद दिलाती है की एकता तभी संभव है जब न्याय सबके लिए समान हो।
वहीं मुख्य अतिथि प्रकाश चंद्र गुप्ता जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र की आत्मा देश की संविधान है संविधान एक दस्तावेज नहीं बल्कि यह जीवन है और एक जीवित दस्तावेज है।
डॉ शाहिद रजमी ने कहा की मूर्ति लगाने से या नीले वस्त्र पहनने मात्र से अंबेडकर वादी नहीं बन जाते बल्कि उनके विचार और उनके मार्ग पर चलने की जरूरत है तथा उन्हें आत्मसात करने की आवश्यकता है ,तभी हमारा समाज व देश डॉ अंबेडकर के सपनों को साकार कर सकेगा। हमें वैज्ञानिक व तर्कसंगत आधार पर शिक्षित, संगठित और संघर्ष करने की जरूरत है तभी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वहीं उदय जी ने शिक्षा का मतलब ज्ञान का निर्माण बताया जातिवाद के खिलाफ संगठित होकर आवाज उठाने की बात कही उन्होंने कहा कि विषमता गैर बराबरी अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत है। ललन कुमार जी ने अंबेडकर जी को दलितों का मसीहा बताया उन्होंने यह भी कहा कि डॉ अंबेडकर कल भी समीचीन थे आज भी समीचीन हैं और आगे भी उनके प्रासंगिकता बनी रहेगी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में लक्की कुमारी , बिजया लक्ष्मी ,छोटू कुमार चंदन गुलअफशा परवीन,राहुल कुमार ने अहम भूमिका निभाई अन्य उपस्थित में काजल,रूपा,निधि,शिला देवी,रुखसाना ,बादल कुमार मो.आजम थे। धन्यवाद ज्ञापन श्याम कुमार ने किया