पंजाब

जालंधर में मुसलमानों ने वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, चंद्र बाबू नायडू और चिराग पासवान का पूतला फूंका, सड़क जाम कर टायर जलाकर विरोध किया

जालंधर (मजहर): मोदी सरकार की तरफ से वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ पंजाब भर से रोष प्रदर्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिला प्रधान की अगुआई में तीखा रोष प्रदर्शन किया गया। खांबड़ा में मस्जिद ए कुबा के प्रधान मोहम्मद मजहर आलम मजाहिरी की अध्यक्षता में मस्जिद ए कुबा खांबड़ा के बाहर सैंकड़ों मुसलमानों ने खांबड़ा लिंक रोड पर पूतला फूंक प्रदर्शन किया।


मजहर आलम ने कहा कि साल 2014 से ही केंद्र की मोदी सरकार देश में हिंदू-मुस्लिम की नफरत भरी राजनीति कर रही है और उनकी तरफ से मुस्लिम समुदाय को हमेशा से टार्गेट किया जा रहा है। वक्फ संशोधन बिल भी इसी कड़ी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार तो मुस्लिम समुदाय के खिलाफ काम कर ही रही है लेकिन मुस्लिम समुदाय को उम्मीद थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान की तरफ से भी मुस्लिम समुदाय की पीठ में छूरा मारा गया है। जबकि करोड़ों लोगों की तरफ से इन तीनों पार्टी प्रमुख के साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर काम किया गया है। बिहार में बड़ा वर्ग नितिश कुमार के साथ खड़ा है, लेकिन बिल का समर्थन करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मामला है।


उन्होंने कहा की अब सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद है कि हमारे निजी मामलों में दखल देने वाले इस कानून को खारिज करें जो एक समुदाय विशेष को बार-बार टारगेट बनाकर काम किया जा रहा है उस पर भी अंकुश लगे।


जिसके रोष स्वरुप शुक्रवार को नितिश कुमार, चंद्र बाबू नायडू और चिराग पासवान का पूतला फूंक प्रदर्शन किया गया है।


मजहर आलम ने कहा कि आने वाले दिनों में पंजाब से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वह अन्य पार्टी लीडरों की ओर से मुहिम शुरू की जाएगी जिसमें मुस्लिम समुदाय को बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, चंद्र बाबू नायडू और चिराग पासवान के खिलाफ जागरुक किया जाएगा।
ईस अवसर पर पंजाब वक्फ बोर्ड के पूर्व हदस मोहम्मद कलीम आजाद ने कहा कि हम अपनी आखरी सांस तक इस काले कानून का विरोध करते रहेंगे।


इस अवसर पर जमात ए सलमानी ट्रस्ट के सदस्य वसीम सलमानी, साहील अलवी, शहजाद सलमानी, अली हुसैन, नदीम सलमानी, सिकंदर अनसारी,अकबर ठेकेदार, अयुब जोहरू व अन्य बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।