नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सहायक कुलसचिव, अनुभाग अधिकारियों और प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए सामान्य प्रशासन के बारे में चार सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन कल माननीय कुलपति, प्रोफेसर मजहर आसिफ ने किया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को तैयार और आयोजित किया गया है जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कर्मियों की व्यावसायिक क्षमताओं एवं प्रशासनिक कौशल को बढ़ाना है।

उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कुलपति ने यह कहा कि हर संपन्न विश्वविद्यालय के पीछे एक समर्पित प्रशासनिक टीम होती है; जो अक्सर चुपचाप लेकिन अनिवार्य रूप से कार्य करती है। उनकी क्षमता, प्रतिबद्धता और जवाबदेही सीधे संस्थागत परिणामों को प्रभावित करती है। उन्होंने उच्च शिक्षा संस्थानों में सुशासन और सेवा वितरण सुनिश्चित करने में ऐसी क्षमता-निर्माण पहलों के महत्व को रेखांकित किया। प्रो. आसिफ ने कार्यस्थल पर प्रभावी सार्वजनिक व्यवहार और नैतिक व्यवहार के महत्व पर बल दिया तथा सभी से हर बातचीत में व्यावसायिकता और शिष्टाचार के उच्चतम मानकों को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया कि कार्य वातावरण सकारात्मक, समावेशी और हमारे संस्थान के विकास के लिए अनुकूल बना रहे।

सत्र की शुरुआत मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के मानद उप निदेशक डॉ. खालिद रजा द्वारा मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के अवलोकन और दृष्टिकोण के साथ हुई। अपने स्वागत भाषण में मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र की मानद निदेशक प्रो. कुलविंदर कौर ने कुलपति और पाठ्यक्रम समन्वयक प्रो. मोहम्मद कमालुन नबी को इस कार्यक्रम के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आभार व्यक्त किया और उनका स्वागत किया। प्रो. कौर ने सभी प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया एवं इस बात पर रोशनी डाली कि प्रशिक्षण कार्यक्रम ज्ञान और अधिगम के पारस्परिक आदान-प्रदान के लिए मंच हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस पाठ्यक्रम के माध्यम से जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कर्मचारी अपने कौशल और कार्य रणनीतियों को उन्नत करेंगे जिससे वे विकसित संस्थागत मांगों के अनुकूल हो सकेंगे और संस्थागत उत्कृष्टता में सार्थक योगदान दे सकेंगे ।

प्रो. नबी ने कार्यक्रम की अनुसूची, पाठ्यक्रम की रूपरेखा और अधिगम के उद्देश्यों एवं अपेक्षित परिणामों को प्रस्तुत किया। तदुपरांत सभी 28 प्रतिभागियों ने अपना परिचय दिया और मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र की डॉ. शाहला तरन्नुम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ उद्घाटन समारोह का समापन हुआ।