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UPSC परिणाम में मुस्लिम अभ्यर्थियों की कम मौजूदगी चिंताजनक: 1009 में से केवल 30 सफल

नई दिल्ली।  संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा हाल ही में घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणामों में मुस्लिम समुदाय की भागीदारी अत्यंत कम देखी गई है। कुल 1009 सफल उम्मीदवारों में से मात्र 28 मुस्लिम अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जो देश की जनसंख्या के अनुपात में बेहद असमान है और गंभीर चिंतन का विषय है।

इस आंकड़े को देखते हुए कई सामाजिक संगठनों, शिक्षाविदों और अल्पसंख्यक नेताओं ने चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि यह न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त असमानता को दर्शाता है, बल्कि यह सामाजिक-सांस्कृतिक और आर्थिक अवसरों की कमी की ओर भी इशारा करता है।

समाज में समावेशी विकास की जरूरत
वक्ताओं ने ज़ोर देकर कहा कि देश के प्रशासनिक ढांचे में सभी वर्गों की समान भागीदारी लोकतंत्र की आत्मा है। जब किसी समुदाय की संख्या लगातार कम होती जा रही हो, तो यह संकेत है कि हमें उस दिशा में नीतिगत और ज़मीनी प्रयास करने की ज़रूरत है।

समाधान की दिशा में कदम
विशेष कोचिंग, स्कॉलरशिप, प्रेरणा अभियान और स्थानीय स्तर पर शिक्षा केंद्र खोलने जैसी पहलें मुस्लिम युवाओं को सिविल सेवाओं की ओर आकर्षित कर सकती हैं। साथ ही, समुदाय में जागरूकता फैलाना और सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करना समय की मांग है।

UPSC का रिज़ल्ट जारी कामयाब हुए 1009 उमीदवारों में 30 मुस्लिम बच्चे शामिल

इस वर्ष सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले मुस्लिम उम्मीदवारों (और उनके रैंक) की पूरी सूची नीचे दी गई है।

इरम चौधरी (40), फखदा कुरैशी (67), मोहम्मद मुनीब भट (131), अदीबा अनाम (142), वसीमउर्रहमान (281), मोहम्मद नायब अंजुम (292) मोहम्मद हरिस मीर (314), मोहम्मद शौख़त अज़ीम (345), अलीफ़ा खान (417), नदिया अलरशीद (429), नजमा ए सलाम (442), शकील अहमद (506), शाह मोहम्मद इमरान (553), मोहम्मद आफताब आलम (560), मोहसिना बानो (585), अबुसिलिया खान (588), सयेद मोहम्मद आरिफ मोईन (594), गुलाम हैदर (633), हसन खान (643), नसरीन पि फासिम (703), मोहम्मद सलाह (711), सदफ मिख (742), यासर अहमद भाटी (768), रियाज़ वाटसन ज (791), जावेद मेव (815), पीरज़ादा म उमर (818), आदिल शुकूर (822), नज़ीर अहमद बिजरान (847), अरशद अज़ीज़ कुरैशी (993), इक़बाल अहमद (998).