आगरा। शहर की प्रसिद्ध दरगाह हजरत सैयदना लाल शाह बुखारी रहमतुल्ला अलैह का तीन दिवसीय उर्स मुबारक आज बड़ी ही शान और अदब के साथ आरंभ हुआ। पहले दिन की शुरुआत नमाज-ए-फज्र के बाद कुरान ख्वानी और दुआ-ए-मगफिरत से की गई, जिसमें दुनिया भर से रुखसत हो चुके मुसलमानों की मगफिरत के लिए विशेष दुआएं की गईं।
दरगाह के सज्जादानशीन सूफी इक़बाल मियां ने जानकारी दी कि नमाज-ए-असर के बाद चादरपोशी का कार्यक्रम हुआ, जिसमें अकीदतमंदों ने फूलों और चादरों के साथ हाजिरी दी। नमाज-ए-मग़रिब के बाद सभी जायरीन के लिए लंगर का आयोजन किया गया।
रात में नमाज-ए-ईशा के बाद मिलाद-ए-पाक का आयोजन हुआ, जिसमें सैयद साहब और मौलाना इब्राहीम ने रसूल-ए-पाक की शान में नात-ए-पाक पेश की। कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा और बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने शिरकत की।
उर्स मुबारक की व्यवस्था में कई प्रमुख सेवकों का योगदान रहा, जिनमें मोहम्मद अशरफ कादरी, मोहम्मद यूसुफ, सत्य प्रकाश लोधी, नवाब तालिब, मलिक आरिफ, मुबीन उस्मानी, नसरू उस्मानी, लियाकत उस्मानी, विजय कुमार, सुनील कुमार, मोहम्मद हुसैन और कुर्बान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
25 अप्रैल 2025 को शाम 6 बजे दरगाह पर संदल शरीफ पेश किया जाएगा, जिसके बाद नमाज-ए-ईशा के बाद महफ़िल-ए-कव्वाली का आयोजन रात्रि तक चलेगा।