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प्रोजेक्ट्स इंडिया ने आगरा में मनाई सिल्वर जुबली, कई सत्रों में पर्यावरण और उद्योग के संबंधों पर भी हुई चर्चा!

आगरा। प्रोजेक्ट्स इंडिया ने अपने 25 साल के सफर को पूरा करते हुए आगरा में नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। आगरा से अपने आगाज़ को याद करने के लिए ही कई दिन तक कई सत्रों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। करीब दो दर्जन से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के तहत विश्व के आश्चर्य ताजमहल का दीदार भी इसमें शामिल सदस्यों को कराया गया था।

उद्यमिता में उत्कृष्टता के अपने 25 साल पूरे होने के जश्न के रूप में अपने गौरवशाली शहर आगरा में अपनी वार्षिक रणनीतिक बैठक में उद्योग-व्यापी बदलाव का आह्वान किया है, कोई भी भव्यता पर्यावरण की कीमत पर नहीं आती है। साथ ही एक हरित अभियान भी पेश किया- “ग्रीन माइस (MICE), ग्रेट माइस (MICE)” जो कि स्वच्छ और हरित आयोजनों की दिशा में आंदोलन सरीखा है। इसके ज़रिए अपनी औद्योगिक बिरादरी के लिए साफ संदेश दिया गया है-“पीछे केवल यादें छोड़ें, कचरा नहीं।”

आगरा में अपनी वार्षिक रणनीतिक बैठक में प्रोजेक्ट्स इंडिया के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे प्रमुख सदस्यों ने हिस्सा लिया और बहुमूल्य सुझाव साझा किए। प्रोजेक्ट्स इंडिया के निदेशक वैभव छिब्बर ने कहा, “हमने इवेंट इंडस्ट्री में अविस्मरणीय अनुभव वाले 25 वर्ष पूर्ण किए हैं। अब समय आ गया है हम सभी ज़िम्मेदारी लें-इवेंट लीडर के रूप में, ब्रांड के रूप में, नागरिक के रूप में। बैठक में तय हुआ प्रत्येक प्रतिभागी एक पेड़ अवश्य लगाए। घर में प्लास्टिक उपयोग न करने की प्रतिबद्धता अपनाए। समुदाय-आधारित हरित जागरूकता पहलों के लिए सृष्टि सेवक के साथ साझेदारी करना और दैनिक संधारणीयता प्रथाओं के बारे में जागरूकता लानी है।

एक होटल में विशेष सत्र में बतौर विशिष्ट वक्ता साहित्य, खेलप्रेमी उद्यमी हरविजय सिंह वाहिया और टूरिज्म गिल्ड के पूर्व अध्यक्ष देवाशीष भौमिक ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधनों में आगरा को न केवल प्रेम का शहर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि ऐसे उत्सवों का शहर बनाने का आव्हान किया, जहाँ हर आयोजन अपने पीछे कचरा नहीं, बल्कि हरियाली छोड़े। इस मौके पर प्रोजेक्ट्स इंडिया के डायरेक्टर गौरव के. छिब्बर सहित अन्य अधिकारी और सहयोगी मौजूद रहे।