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समाजसेवी ने जन्म दिन और आज़ादी का जश्न ग़रीबों के साथ मनाया

आगरा। ताजनगरी में यूं तो आज़ादी का पर्व यानि 74वें स्वतंत्रता दिवस बड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है। हर तरफ देशभक्ति और देश का प्रेम हर तरफ़ देखने को मिला। हालांकि कोरोना काल में सोशल डिस्टेंस और मास्क सेनिटाइजर का ध्यान रखते हुए आज़ादी का पर्व मनाया गया। सरकारी और गैर-सरकारी दफ्तरों में झंडारोहण किया गया। जहां एक तरफ़ आज़ादी का जश्न मन रहा था वहीं दूसरी तरफ़ शहर की समाजसेवी जीनत जीशान ने अनोखा तरीका अपनाकर आज़ादी का जश्न मनाया। दरअसल जीनत जीशान आगरा शहर की वरिष्ठ समाजसेवी है। वह कोरोना काल में लगातार ग़रीबों और बेसहारों के लिए मसीहा बनी हुई थी।15 अगस्त को जहां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा था वहीं दूसरी ओर शहर की वरिष्ठ समाजसेवी जीनत जीशान ने आजादी के पर्व पर अपना जन्मदिन बड़े अलग तरीके से मनाया। उन्होंने गरीबों और बेसहारों की झोपड़-पट्टी में जाकर सामाजिक-दूरी मास्क वह सैनिटाइजर सहित झंडारोहण किया साथ ही गरीबों को मिष्ठान वितरण कर राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ाया। यह पहली बार था जब किसी समाजसेवी ने अपना जन्मदिन इस तरीके से मनाया होगा। इस दौरान जीनत जीशान ने कहा कि चाहे कुछ भी हालात हो चाहे जैसी भी परिस्थितियां हो सबसे पहले राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए। जो देशवासी राष्ट्रहित में योगदान देते हैं, वहीं सच्चे भारतवासी होते हैं। उन्होंने कहा कि इस जन्मदिन पर गरीब और बेसहारों के साथ राष्ट्रध्वज को फहराया और मिष्ठान वितरण किया इसके साथ ही राष्ट्रभक्ति के गीत सुनाए
जहां गरीबों में राष्ट्रभक्ति उत्पन्न हुई।