जीवन शैली

पुरुषोत्तम मास मनोरथ पूर्ण, श्री प्रेमनिधि मंदिर में जले दीप, मनाया गया हटरी उत्सव

पांच− पांच दीपक ले भक्त पहुंचे मंदिर, दिव्य दर्शन संग लिया भव्य प्रसादी का आनंद

आगरा। पुरुषोत्तम मास मनोरथ विश्राम पर कटरा हाथी शाह, नाई की मंडी स्थित श्री प्रेमनिधि मंदिर में दीपावली उत्सव जिसे हटरी उत्सव भी कहा जाता है धूमधाम से मनाया गया। चरण सेवक मनीष अग्रवाल ( प्रबंध निदेशक रावी इवेंट) थे। शयन के दर्शनों में घी तथा तेल के दीपकों का ठाकुर जी के समक्ष प्रकाश किया गया। फूलों से सजे मंदिर में ठाकुर श्री श्याम बिहारी जी को आकर्षक श्रंगार धराया गया। सभी भक्त अपने− अपने घर से पांच− पांच दीपक लेकर आए और मंदिर प्रांगण में दीपमालिका सजाई। अधिक मास के समापन मनोरथ पर इसके पुष्टिमार्ग में महात्म्य को बताते हुए पं दिनेश पचौरी ने बताया कि महाप्रभु वल्लभाचार्य ने श्रीमद्भगवत्, रास पंचाध्यायी के प्रसंग में ‘रासोत्सवे सम्प्रवृते गोपी मण्डल मण्डिते’ की सुबोधनी में उत्सवों की व्याख्या की गयी है। “उत्सवोनाम् मनसः सर्वविस्मारकः आह्लाद उत्सवत्व सम्पादनाय सजातीयान एक रसोत्पादनार्थ विशेषमाह।”
अर्थात् उत्सव में अपने तन को, मन को, एवं स्वयं को पूर्ण रूपेण भुला देना हर्षोल्लास से रसमन्त हो जाना, एक रस बनने के लिए आनन्द में सजातियों को अपने समान धर्म लागों को उस आनन्द में मग्न कर देना ही उत्सव है। मुख्य सेवायत हरिमोहन गोस्वामी ने बताया कि उत्सवों के समय प्रभु अपूर्व रस का दान करते हैं जिससे नेत्रों के साथ सर्वांग को सुख प्राप्त होता है एवं परमानन्द की प्राप्ति होती है। सुनीत गोस्वामी ने बताया कि मनोरथ के समापन पर ठाकुर जी की रसोई संग मनोहारी आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर डॉ खेमचंद धाकड़, अमित शर्मा, मनोहारी लाल धाकड़, जॉन पॉल, पंकज अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, अन्नू बल्लू बंसल, रानू, मोहन, विशाल, अंकित, सुरेश पचौरी, आदित्या आदि उपस्थित रहे।