नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के पूर्व छात्र मोहम्मद अदनान ने अंतरिक्ष एजेंसी के ऐतिहासिक मिशन चंद्रयान-3 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोहम्मद अदनान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में 2008 से काम कर रहे हैं I अदनान वर्तमान में इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) में वैज्ञानिक ‘एफ’ के पद पर कार्यरत हैं।
अदनान पिछले 15 साल से इसरो से जुड़े हैं और चंद्रयान-2 और मिशन मार्स (एमओएम) की टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं । बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखने वाले अदनान ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से वर्ष 2007 में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (कंप्यूटर साइंस) और वर्ष 2003 में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था ।
इस उपलब्धि से उत्साहित जेएमआई की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर (पद्मश्री) ने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हुई कि हमारे छात्र इस क्षेत्र में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे हमारी खुशी और बढ़ गई है। मैं अदनान को मिशन में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के लिए बधाई देती हूं। यह निश्चित रूप से हमारे मौजूदा छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा।”
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के तीन और पूर्व छात्र अमित कुमार भारद्वाज, मो. काशिफ और अरीब अहमद भी इसरो के ऐतिहासिक चंद्रयान-3 का हिस्सा थें ।