संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। जिले की बांदा लोकसभा सीट पर लंबे समय तक किसी की सहगामिनी नहीं रही। यह इतिहास भाजपा इस बार तोड़ने की कवायद कर रही है। इसके लिये मोदी के नाम की जाप पर आरके पटेल चमत्कार एवं नमस्कार की कोशिश कर रहें हैं।
दरअसल इस सीट के लोकसभा चुनाव के इतिहास के झरोखे में झांके तो पता चलता है कि यहां पर कभी किसी एक दल का लंबे समय तक दबदबा नहीं रहा है।2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शानदार जीत मिली थी। बीजेपी के पास बांदा सीट पिछले10 साल से है।
वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में बांदा लोकसभा सीट पर बीजेपी के आरके सिंह पटेल और समाजवादी पार्टी के श्यामा चरण गुप्ता के बीच मुकाबला रहा था। जिसमें बीजेपी के प्रत्याशी को जीत मिली। चुनाव में आरके सिंह पटेल ने 477,926 वोट हासिल किए तो श्यामा चरण गुप्ता को 418,988 वोट मिले। कांग्रेस के बालकुमार पटेल को तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 75,438 वोट मिले।
बीजेपी और सपा प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला चला। अंत में आरके सिंह पटेल ने 58,938 मतों के अंतर से यह चुनाव जीत लिया। 2014 के आम चुनाव में भी बीजेपी को जीत मिली थी। बीजेपी की ओर से तब भैरों सिंह मिश्रा मैदान में थे और बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले आरके सिंह पटेल को 1,15,788 मतों के अंतर से हराया था।बाद में आरके सिंह पटेल बीजेपी में शामिल हो गए। अब देखना यह होगा की भाजपा प्रत्याशी आरके पटेल मोदी लहर में नईया पार कितनी ऊंचाई पर लगा पाते हैं।