भारतीय अति पिछड़ा वर्ग महासंघ ने सुरसदन में आयोजित की अधिकार रैली
आगरा। अंतिम पायदान पर बैठे पिछड़े समाज को आजतक किसी ने नहीं सुना। आज़ादी से पहले शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजों को अपनी बात सुनाने के लिए असेंबली में बम विस्फोट करना पड़ा था ऐसे ही अति पिछड़ा समाज को अपनी आवाज़ सरकार तक पहुँचाने के लिए निरंतर आंदोलन करने की ज़रूरत है। तभी सरकार के कानों तक बात आएगी। वर्तमान सरकार ने कपूरी ठाकुर को भारत रत्न से सुशोभित किया इसका सीधा अर्थ है कि सरकार समाज के प्रति गंभीर है, वरना कितनी सरकार आयी कितनी गई किसी ने भारत रत्न देने का कार्य नहीं किया। समाज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहा है। ये कहना था सुरसदन में भारतीय अति पिछड़ा वर्ग महासंघ की अधिकार रैली में कानपुर से आए मुख्य वक्ता और उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अशोक कुमार का।
राष्ट्रीय अध्यक्ष व संयोजक डॉ. गौरव नंद ने कहा कि पिछड़ा समाज को डॉ. भीमराव अंबेडकर के बाद सबसे ज़्यादा सम्मान कांशीराम ने दिया। पिछड़ा वर्ग को मौलिक मुद्दों के लिए अपने हक़ की लड़ाई लड़नी होगी। जिस जाति की जितनी संख्या है उसको उतनी भागीदारी मिलनी चाहिए। जब तक जातिगत वर्गीकरण नहीं होगा तब तक हमे सम्मान नहीं मिलेगा। अति पिछड़ा वर्ग आरक्षण में वर्गीकरण के आंदोलन में युवाओं को आगे आना होगा, वरना भविष्य के उत्पीड़न के लिए तैयार रहे।
वक्ता अल्केश सविता ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण है। जिसमें सत्ता पक्ष की संबद्ध जातियां आरक्षण का लाभ ले रही है। जबकि अति पिछड़ा वर्ग को 20 प्रतिशत और पिछड़ा वर्ग को 7 प्रतिशत का फ़ायदा दिया जाये। महिलाओं को दिये 33 प्रतिशत आरक्षण पर भी संख्या के आधार पर पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग में वर्गीकरण करना चाहिए।
जयकिशन ठाकुर ने कहा कि अति पिछड़ा वर्ग के लिए बिहार व कर्नाटक में अलग से आरक्षण की व्यवस्था है। सरकार को उत्तर प्रदेश में भी सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करना चाहिए।
चंद्रपाल सिंह ने कहा कि वर्ष 1977 में छेदीलाल साथी की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया गया था उसमें पेशेवर कामकाजी जातियो को अलग से आरक्षण दिया गया था। लोकसभा व विधानसभा में अति पिछड़ा वर्ग के लिए सीटे आरक्षित की जाये।
संजय सेन ने कहा कि जो राजनीतिक दल पिछड़े वर्ग में वर्गीकरण करेगी उसे अति पिछड़ा वर्ग विधानसभा व लोकसभा चुनाव में अपना समर्थन देगा। अति पिछड़ा समाज द्वारा लखनऊ में एक बड़ी रैली में सरकार के समक्ष आरपार की लड़ाई के लिए संकल्पित है।मंच पर दिनेश ठाकुर, राकेश ठाकुर, गिरीश नायक बंजारा और अमेठी से आये घनश्याम शर्मा ने अपने विचार रखे। अध्यक्षता चन्द्रभान समाधियाँ ने की। धन्यवाद पवन सिंह ने दिया। संचालन पार्षद अरविंद मथुरिया ने किया। इस अवसर पर पार्षद शेर सिंह, राजू सविता, मुकेश सविता, देवेंद्र सविता, प्रमोद पाल, मीना राजपूत, एड. सुरेंद्र शर्मा, सतीश नायक, रघुराज सिंह, डॉ. एस. कुमार, देवकी नंदन, राजीव सविता, आरडी पाल, विनेश सविता, बबलू आदि मौजूद रहे।