पंजाब

लुधियाना में खत्म-ए-नबूवत कॉन्फ्रेंस का आयोजन, हजारों मुसलमानों ने हिस्सा लिया

देश में छुपे गद्दारों को बेनकाब करने की जरूरत : शाही इमाम पंजाब

लुधियाना। मायापुरी मदरसा तरती रुल कुरान की ओर से भारत के मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानियों की प्रसिद्ध पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम के 94वें स्थापना दिवस के अवसर पर खत्म-ए-नबूवत कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों मुसलमान शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता मुफ्ती मुहम्मद खलील कासमी मुफ्ती आजम पंजाब मलेरकोटला ने की। जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर अहरार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी उपस्थित थे। इस अवसर पर मुफ्ती वसीम अकरम संगरूर, कारी मुस्तकीम करीमी, मुफ्ती जकीउल्लाह कासमी, सलमान रहबर, हाफिज मुर्तजा, प्रधान इनाम मालिक, मुहम्मद नाजिम, नवाब मलिक, साबिर अंसारी व शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

खत्म-ए-नबूवत कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मौलाना मुफ्ती मुहम्मद खलील कासमी ने कहा कि इस मूवमेंट में मजलिस अहरार इस्लाम का सबसे बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि शाही इमाम मौलाना उस्मान के पिता उनके दादा और उनके बड़ों ने पिछले 150 वर्षों में जो बलिदान कुर्बानियां दी है, उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर गर्व है कि आज पंजाब के मुसलमानों की रहनुमाई नौजवान धार्मिक लीडर शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी कर रहे हैं।


कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम विश्व भर के लिए रहमत बनकर आए, उनका संदेश आपसी भाईचारा और इंसानों में बराबरी को कायम करना है। शाही इमाम ने कहा कि कोई समाज विरोधी ताकत हजरत मुहम्मद साहिब सल्ललाहु अलैहि वसल्लम की जगह झूठे व्यक्ति को नबी बनाकर पेश करना चाहते हैं जिसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

शाही इमाम ने कहा कि मजलिस अहरार इस्लाम अपने स्थापना दिवस से लेकर आज तक इस मकसद पर सख्ती से चल रही है कि देश और कौम के गद्दारों के साथ कभी कोई समझौता नही किया जाना चाहिए।

शाही इमाम ने कहा कि आज देश में कई लोग धर्म की आड़ में गद्दारी कर रहे हैं। पाकिस्तान की शह पर भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचते हैं ऐसे सभी शरारती तत्वों को बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में अनेकता में एकता ही देश की सबसे बड़ी ताकत है जो भी ताकतें देश की एकता को तोडऩे की कोशिश करेंगी, उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

शाही इमाम ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय भी जिन शरारती तत्वों ने अंग्रेज हुकूमत का साथ दिया, स्वतंत्रता सेनानियों की मुखबरिया की, उनके चेले आज भी गद्दारी करने में लगे हुए हैं जिन पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।