जीवन शैली

हज़रत मुबारक़ खां शहीद (र.अ) का सालाना उर्स 6 मई से शुरू

उर्स में आने वाले होते हैं फैजेयाब-इक़रार अहमद

गोरखपुर। अहले शहर गोरखपुर की सरजमी के बादशाह कहे जाने वाले और इंसानियत का पैगाम देने वाले सूफी संत हज़रत बाबा मुबारक खां शहीद रहमतुल्लाह अलैह के उर्स मुबारक जो पिछले एक हज़ार सालों से मनाया जा रहा है इसे बार भी उर्स मुबारक बड़े ही अजीमुशान तरीके से मनाया जाएगा। उर्स की तैयारीयां मुकम्मल हो चुकी है दरगाह के सदर इक़रार अहमद ने प्रेस वार्ता करके उर्स की जानकारी देते हुए बताया है कि 6,7 व 8 मई को तीन दिवसीय उर्स / मेला की तैयारियां मुकम्मल हो चुकी है अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दीनशीन और चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन सैयद सलमान चिश्ती की निगहबानी में इस बार उर्स बड़े ही अदबो एहतराम के साथ मनाया जाएगा। उर्स का दावतनामा लद्दाख के बौद्ध लामा भृगु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी सुशील महाराज और अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के गद्दीनशीन सैयद सलमान चिश्ती चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कुलपति व राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह संधू कर्नाटक वरिष्ठ समाजसेवी रेड्डी ब्रदर्स को दावतनामा भेजा गया है।

तीन दिवसीय उर्स

पहले दिन 6 मई दिन सोमवार को बाद नमाज़ इशा जलस ए दस्तारबंदी का प्रोग्राम होगा। जिसमे हज़रत अल्लामा गुलाम रसूल साहब क़िबला बलयावी मोहम्मीम इदारए शरीया, पटना (बिहार) व शहंशाहे तरन्नुम हजरत रिजवान अत्तारी साहब शाहजहांपुरी व दीगर मुकामी बैरुनी उलेमाए केराम तशरीफ ला रहे हैं बाद जलसा (3:15 भोर में) गुस्ल व सन्दल पोशी की रश्म अदा की जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर के कव्वाल करेंगे शिरकत

7 मई दिन मंगलवार बाद नमाज फज्र कुरआन ख्वानी 9 बजे दिन से मिलाद शरीफ का प्रोग्राम होगा 12 बज कर 15 मिनट पर कुल शरीफ का प्रोग्राम होगा मगरिब की नमाज़ के बाद सरकारी चादर व गागर इरशाद अहमद बग्गी के निवास मियाँबाजार से निकल कर शहर के घोष कंपनी, बैंक रोड, बक्शीपुर, नखास चौक, रेती चौक, घंटाघर, पांडेहाता तुर्कमानपुर से होते हुए आस्तानए आलिया पर पेश किया जाएगा बाद नमाज़ ईशा महफिले शमाँ कव्वाली का कार्यक्रम होगा जिसमें जुनैद सुलतानी बदांयू और वसीम साबरी दिल्ली के बीच जबरदस्त मुकाबला होगा।

8 मई बुधवार नमाज़ फज्र के बाद कुरआन ख्वानी 9 बजे दिन में मिलाद का प्रोग्राम होगा 12 बजकर 15 मिनट पर कुल शरीफ जुहर की नमाज़ के बाद लंगर तकसीम होगा बाद नमाज़ ईशा कव्वाली का मुकाबला होगा जिसमें देश के मशहूर कव्वाल शरीफ परवाज कानपुर और वसीम साबरी दिल्ली के बीच जोरदार मुकाबला होगा।

आकर्षण का केंद्र होगा मेला

हजरत मुबारक खान शहीद के तीन दिवसीय उर्फ के मौके पर अस्ताना परिसर में मेला में लगता है पहले यह मेला एक महीने का हुआ करता था समय के साथ इसकी अवधि अब 3 दिन की हो गई है मेले में बड़ा झूला, ब्रेक डांस जायंट व्हील ड्रैगन राइड बच्चो के लिए खिलौने की दुकान, महिलाओं के लिए आर्टिफिशियल ज्वेलरी क्रैकरी के समान, खाने पीने के लिए हलवा पराठा, कबाब पराठा शिकंजी आदि की दुकानें सजी हुई है।

ऐतिहासिक ईदगाह

दरगाह से सटे ईदगाह परिसर में लगने वाले ऐतिहासिक मेले को देखकर ही आलमी शोहरतयाफ्ता मशहूर कहानीकार मुंशी प्रेमचंद ने ईदगाह कहानी लिखी जिसका किरदार हमीद और उसकी अपनी दादी आमना के लिए मेले से खरीदा गया चिमटा आज भी लोगों के रहने में जिंदा है।

इंतजामिया कमेटी जायरीनों का रखेगें ख्याल

उर्स के मौके पर प्रदेश के अन्य जिलो व मध्य प्रदेश बिहार व पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से आने वाले जायरीनों का ख्याल दरगाह कमेटी के उपाध्यक्ष शमशेर अहमद उर्फ शेरू, हाजी कलीम फरजंद, हाजी खुर्शीद आलम खान सैय्यद शहाब, अहमद हसन, शमशुल आरफीन इमामबाड़ा मतवालियां कमेटी की अध्यक्ष अब्दुल्ला आईएएस पीसीएस काउंसलर खैरुल बशर, सादिक कलीम, मुर्तुजा हुसैन रहमानी, कमरुल हक उर्फ बॉबी, कुतुबुद्दीन, रमजान, गुलाम फरीद उर्फ भानु, हमजा खान, सैफ अंसारी, इमरान आदि लोग जायरीनों का ख्याल रखेगें। उनके ठहरने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह वालंटियर तैनात रहेंगे।